बमबारी के बीच यूक्रेनी कलाबाजों का जलवा
यूक्रेन पर रूस के हमले को एक साल होने वाला है. लेकिन वहां के लोगों ने किसी तरह से अपना जीवन जारी रखा है. वे बमबारी के बीच अपनी जिंदगी चला रहे हैं.
बुडापेस्ट में जलवा बिखेरा
यूक्रेन के कलाबाजों ने बुडापेस्ट में कलाबाजी से दर्शकों का मन मोह लिया. उन्होंने रूसी बमबारी से बचने के लिए शेल्टरों में शरण ली थी और वहीं से कलाबाजी की ट्रेनिंग जारी रखी.
बच्चों ने दिखाए अपने हुनर
यूक्रेन के खारकीव, डिन्प्रो, ओडेसा और डोनेट्स्क से आए 6 से 17 साल के बच्चों ने 30 से अधिक प्रदर्शन दिए. यहां पर हंगरी, स्विट्जरलैंड, मेक्सिको और इटली के बच्चों ने भी अपना प्रदर्शन दिया.
प्रतिभा दिखाने का मौका
बुडापेस्ट सर्कस के निदेशक पेटर फेकेट ने कहा, "चूंकि ये बच्चे सुबह से रात तक मोमबत्ती की रोशनी में हवाई हमले के बीच शेल्टर में प्रशिक्षण ले रहे हैं, हमने सोचा कि कोई जगह होनी चाहिए जहां वे अपनी प्रतिभा और ज्ञान दिखा सकें."
रूसी हमलों के बीच ट्रेनिंग
13 साल की कलाकार मारिया क्रावाचेंको जो कि पूर्वी शहर डिन्प्रो से आती हैं, उन्होंने इस फेस्टिवल के लिए ऐसे शिविर में ट्रेनिंग ली जहां पर हीटिंग की सुविधा नहीं थी.
कठिन हालात में फेस्टिवल की तैयारी
मारिया कहती हैं कि उन्होंने डिन्प्रो में ऐसे वक्त में कलाबाजी की ट्रेनिंग ली जब लगातार रूसी हमले हो रहे थे और उस वक्त यह बहुत मुश्किल था.