दुनिया के सात सबसे महंगे देश
समय के साथ रहने का खर्च भी बढ़ा है. घर का किराया, बिजली, पानी और राशन जैसी आवश्यकताओं की कीमत भी बढ़ी है. लेकिन कुछ देशों में रहने की लागत बहुत है, जिससे कई व्यक्तियों और परिवारों के लिए जीवन यापन करना मुश्किल हो जाता है.
नंबर 7: बहामास
एक द्वीप पर रहने की विलासिता की अपनी कीमत होती है. बहामास में अधिकांश सामान आयात करना पड़ता है, जिससे रोजमर्रा के किराने के सामान की कीमत आसमान छू सकती है.
नंबर 6: डेनमार्क
डेनमार्क उन लोगों के लिए नहीं है जो सस्ते में रहना चाहते हैं. यहां रेस्तरां में खाना बहुत महंगा होता है. एक मिड-रेंज रेस्तरां में दो लोगों के लिए तीन-कोर्स भोजन लगभग 600 डेनिश क्रोन (6,800 रुपये) है. राजधानी कोपेनहेगन दुनिया के सबसे महंगे शहरों में से एक है.
नंबर 5: लक्जेमबर्ग
छोटे देश लक्जेमबर्ग की क्रय शक्ति बहुत अधिक है. जबकि यह उच्च-स्तरीय बैंकिंग और अंतरराष्ट्रीय वित्त संस्थानों से भरा है. इसी वजह से यहां महंगे रेस्तरां, कैफे और बार भी हैं. कुछ लोग अपनी साप्ताहिक खरीदारी सीमा पार से करना पसंद करते हैं. क्योंकि दूध से लेकर बीफ तक सब कुछ फ्रांस में लक्जेमबर्ग की तुलना में काफी सस्ता है.
नंबर 4: नॉर्वे
नॉर्वे हमेशा से ही दुनिया के सबसे महंगे देशों की सूची में उच्च स्थान पर रहा है. यह देश पर्यटकों के बीच भी काफी लोकप्रिय है. नॉर्वे में वैट की दर करीब 25 फीसदी है, जिस वजह से रोज की खरीदारी महंगी हो जाती है.
नंबर 3: आइसलैंड
नॉर्डिक देश आइसलैंड हाल के सालों में मिलेनियल यात्रा ब्लॉगरों और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक लोकप्रिय मंजिल रहा है. आइसलैंड में रहने की लागत अधिक है क्योंकि यहां राशन काफी महंगा है.
नंबर 2: बरमूडा
बरमूडा टैक्स चोरी करने वालों के लिए स्वर्ग है. इसे आम भाषा में टैक्स हेवन कहा जाता है क्योंकि यहां करों की दर बहुत ही कम होती है. बरमूडा में कोई भी आसानी से कंपनी खोल सकता है.
नंबर 1: स्विट्जरलैंड
कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि स्विट्जरलैंड रहने के लिए सबसे महंगे देशों में से एक है. स्विट्जरलैंड में जब भोजन, पेय पदार्थ, होटल, आवास, रेस्तरां, कपड़े और स्वास्थ्य बीमा की बात आती है तो यह खास तौर से महंगा साबित होता है.