अंतरिक्ष की अंतिम उड़ान पर डिस्कवरी
२५ फ़रवरी २०११अमेरिका में फ्लॉरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से डिस्कवरी ने उड़ान भरी. लॉन्च को तीन मिनट तक टाल दिया गया क्योंकि आसपास के इलाके में सुरक्षा देख रहा कंप्यूटर बंद हो गया. लेकिन कुछ ही सेकेंड में कंप्यूटर को दोबारा चालू किया गया और लॉन्च आराम से हो गया.
डिस्कवरी ने 1984 में अपनी पहली उड़ान भरी थी. अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा अपने पुराने अंतरिक्ष विमानों की जगह नए विमानों को लाना चाहती है जिसकी वजह से डिस्कवरी को भी रिटायर किया जा रहा है. डिस्कवरी के अलावा अमेरिका के शटल फ्लीट में अट्लांटिस और एंडेवर बाकी हैं जो और दो उड़ान भरेंगे. डिस्कवरी की उड़ान को चार महीने पहले होना था लेकिन विमान के तेल टैंक की बाहरी सतह पर बहुत सारी दरारें पड़ गई थीं. इन दरारों की वजह को ढूंढने में और उन्हें सही करने में काफी वक्त लग गया.
मिशन के जरिए वैज्ञानिक अंतरराष्ट्रिय अंतरिक्ष प्रयोगशाला आईएसएस में एक और कमरा जोड़ना चाहते हैं जिसमें प्रयोगशाला के लिए जरूरी सामग्री के अलावा एक मानवीय रोबोट भी रहेगा जिसे रोबोनॉट का नाम दिया गया है. रोबोनॉट अंतरिक्ष में भेजे जाने वाला सबसे पहला रोबोट है. शनिवार को डिस्कवरी आईएसएस से जा कर मिलेगी. इससे पहले यूरोपीय शटल यूरोपियन ऑटोमेटड ट्रांसफर व्हीकल एटीवी -2 जा कर गुरुवार को आईएसएस से मिली थी और अंतरिक्ष यात्रियों के लिए कुछ सामान भी छोड़ा था.
आईएसएस को आने वाले सारे अंतरिक्ष विमानों के उड़ान की योजना सही तरह से बनानी होती है. एटीवी हमेशा डिस्कवरी जैसे शटल से पहले पहुंचते हैं ताकि अंतरिक्ष में दोनों विमान एक दूसरे से टक्कर नहीं खाएं. एटीवी के साथ साथ आईएसएस में रूस का सोयूज विमान और जापान के एच-2 भी खड़े हैं. सोयूज में तीन अंतरिक्ष यात्रियों ने भी सफर किय़ा है और वे इस वक्त आईएसएस में हैं.
डिस्कवरी में जा रहे ऐस्ट्रोनॉट के लिए दो स्पेसवॉक की योजना बनाई गई है. सबसे पहले स्टीव बोन और ऐल्विन ड्रू एक पुराने अमोनिया पंप को बदलेंगे और एक पावर केबल लगाएंगे. आईएसएस में नया कैमरा भी लगाया जाएगा. दूसरे स्पेसवॉक में वह आईएसएस की मरम्मत करेंगे.
रिपोर्टः एजेंसियां/एमजी
संपादनः एन रंजन