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अंपायर रिव्यू सिस्टम के पक्ष में द्रविड़

४ अक्टूबर २०१०

भारत के पूर्व टेस्ट कप्तान राहुल द्रविड़ का मानना है कि अंपायर डिसीजन रिव्यू सिस्टम को अपना लेने में कोई हर्ज नहीं है. द्रविड़ ने कहा कि अगर तकनीक में कोई खामी नहीं है तो रिव्यू सिस्टम में कोई नुकसान नहीं.

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तस्वीर: UNI

मोहाली में इस वक्त भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट मैच खेला जा रहा है. मैच के तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद द्रविड़ ने कहा कि अगर तकनीक सटीक है और एकसारता सुनिश्चित कर सकती है तो अंपायर डिसिजन रिव्यू सिस्टम को अपनाया जा सकता है.

द्रविड़ ने कहा, "निजी तौर पर मेरा मानना है कि अगर तकनीक को सही साबित किया जा सके तो रिव्यू सिस्टम में कोई हर्ज नहीं. लेकिन इसके लिए यह सुनिश्चित करना होगा कि दुनिया में कहीं भी टेस्ट मैच खेला जा रहा हो और परिस्थितियां कैसी भी हों रिव्यू सिस्टम उपलब्ध रहेगा."

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सटीक तकनीक अच्छी है..

अंपायर डिसिजन रिव्यू सिस्टम एक नई व्यवस्था है जिसके तहत अगर किसी खिलाड़ी को मैदान में खड़े अंपायर के किसी फैसले पर ऐतराज होता है तो वह थर्ड अंपायर के पास जाकर फैसले को दोबारा जांचने की अपील कर सकता है. यह सुविधा गेंदबाज और बल्लेबाज दोनों के लिए है. इस सिस्टम का हाल ही में इंग्लैंड-पाकिस्तान टेस्ट सीरीज के दौरान परीक्षण किया गया.

इससे पहले भी कुछ मैचों में इसे आजमाया जा चुका है और इसे लेकर अलग अलग राय आई हैं. वेस्ट इंडीज के महान क्रिकेटर जोएल गार्नर ने इसकी आलोचना की जबकि जानेमाने अंपायर डिकी बर्ड भी इसके पक्ष में नहीं हैं. इंग्लैंड और भारत के क्रिकेट बोर्ड मानते हैं कि तकनीक हर जगह उपलब्ध नहीं है इसलिए अभी यह सिस्टम लागू नहीं किया जा सकता.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः आभा एम

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