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"अकाल से लाखों को बचाने की जरूरत"

२५ जुलाई २०११

संयुक्त राष्ट्र ने दुनिया से अपील की है कि वह अफ्रीका के लाखों लोगों को अकाल से बचाने के लिए आगे आए. रोम में बैठक के दौरान फ्रांस ने एलान किया कि इसी हफ्ते दाता देश नैरोबी में मुलाकात करेंगे.

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तस्वीर: AP

संयुक्त राष्ट्र खाद्य और कृषि संस्था के प्रमुख जैक डियॉफ ने कहा, "जो भयावह स्थिति है, उससे निपटने के लिए भारी और फौरी अंतरराष्ट्रीय मदद की आवश्यकता है. अकाल से होने वाले नुकसान को रोकना अवश्यंभावी है."

संयुक्त राष्ट्र खाद्य कार्यक्रम यानी डब्ल्यूएफपी ने एलान किया है कि वह मंगलवार से इलाके में हवाई मदद शुरू करेगी. सोमालिया की राजधानी मोगादिशू, पूर्वी इथोपिया और उत्तरी केन्या में हवाई मार्ग से खाने की चीजें गिराई जाएंगी. अनुमान लगाया गया है कि सोमालिया की एक तिहाई आबादी करीब 37 लाख भुखमरी की कगार पर पहुंच गई है. जिबोती, इथोपिया, केन्या और यूगांडा में भी हालात बेहद खराब हैं. हॉर्न ऑफ अफ्रीका यानी अफ्रीका के पूर्वी इलाके में 60 साल का सबसे खराब अकाल पड़ा है.'

Hungersnot in Somalia Afrika
तस्वीर: dapd

फौरन चाहिए पैसा

वर्ल्ड बैंक ने सोमवार को कहा कि अकाल से निपटने के लिए 50 करोड़ डॉलर की जरूरत है, जिन्हें लंबे प्रोजेक्ट में लगाया जाएगा और जिनसे किसानों की मदद की जाएगी. करीब एक करोड़ डॉलर से ज्यादा की राशि फौरन चाहिए, जिससे अकाल से पीड़ित लोगों की मदद की जा सके. फ्रांस के कृषि मंत्री ब्रूनो ले मेरी ने कहा कि दाता देशों को बुधवार को केन्या की राजधानी नैरोबी में मिलना है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खाने पीने की ऊंची कीमतों पर भी उन्होंने सवाल किया. ले मेरी ने कहा, "अगर सही कदम नहीं उठाया गया, तो अकाल इस सदी का स्कैंडल बन जाएगा."

संयुक्त राष्ट्र अधिकारियों का कहना है कि हाल के महीनों में अकाल की वजह से लाखों लोगों की मौत हो चुकी है और सोमालिया जैसे इलाकों से लाखों लोगों को पानी और खाने की तलाश में कोसों दूर जाना पड़ा है. यूएन कार्यकर्ताओं के लिए सोमालिया के दक्षिणी हिस्सों में पहुंचना बड़ी चुनौती है, जहां अल कायदा के समर्थन वाली शहाब संस्था का दबदबा है और जिसने डब्ल्यूएफपी और इस तरह की अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं पर पाबंदी लगा रखी है.

Flash-Galerie UN Millennium Ziele 1 Unterernährung bekämpfen
तस्वीर: AP

मुश्किलें और भी हैं

सोमालिया के उप प्रधानमंत्री मोहम्मद इब्राहीम ने मानवीय सहायता वाले गुटों को उस इलाके में पहुंचने देने की अपील की है. मोगादीशू और दादाब रिफ्यूजी कैंप का दौरा करने के बाद डब्ल्यूएफपी प्रमुख जोसेटा शीरन का कहना है, "सोमालिया में बच्चों की स्थिति जितनी खराब है, मैंने वैसा नहीं देखा था. हमने देखा कि वहां बच्चे कुपोषण के बुरी तरह शिकार हैं कि उनके बचने की संभावना 40 फीसदी से भी कम रह गई है."

उन्होंने दर्दनाक सच्चाई बयान की, "हमने सुना है कि कभी कभी वहां की मांओं को अपने बच्चों को सड़क किनारे छोड़ देना पड़ता है और कभी कभी शक्तिशाली बच्चे के लिए कमजोर बच्चे की बलि चढ़ा देनी पड़ती है. वहां बेहद कमजोर बच्चे हैं. मैंने अपनी जिंदगी में सबसे खराब दृश्य देखा है."

रिपोर्टः एएफपी/ए जमाल

संपादनः आभा एम

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