अफगान टीम आई तो पाक का हौसला बढ़ा
२५ मई २०११पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन एजाज बट ने जोर दिया है कि पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच कराना सुरक्षित है. उनके मुताबिक फिलहाल अफगानिस्तान का पाकिस्तान दौरा दुनिया को एक सकारात्मक संदेश दे रहा है.
बट कहते हैं, "हम दुनिया को यह संदेश देना चाहते हैं कि पाकिस्तान क्रिकेट खेलने के लिए एक सुरक्षित जगह है. जो भी विदेशी टीम आएगी, पाकिस्तान के लोग उसका जोरदार स्वागत करेंगे."
श्रीलंका के बाद
मंगलवार को श्रीलंका ने पाकिस्तान दौरा करने से इनकार कर दिया था. उनके मुताबिक पाकिस्तान में सुरक्षा अभी भी मुद्दा है. लाहौर में दो साल पहले श्रीलंका की टीम पर हमला हुआ था. श्रीलंका टीम की बस पर कई राउंड फायरिंग की गई. हमले में श्रीलंकाई टीम के कुछ सदस्य घायल भी हुए. बस ड्राइवर की सूझ बूझ के चलते खिलाड़ी किसी तरह गद्दाफी स्टेडियम पहुंचे. वहां से उन्हें हेलिकॉप्टर के जरिए सुरक्षित जगह पर ले जाया गया.
इस हमले के बाद से पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट निलंबित हो गया. पिछले चार साल में आतंकी हमलों में वहां 4,400 लोगों की मौत हो चुकी है. और ऐसे हालात में कोई टीम वहां जाकर मैच खेलने का जोखिम नहीं उठाना चाहती. ऐसे में पड़ोसी मुल्क अफगानिस्तान की टीम आई तो पाकिस्तान का हौसला बढ़ा है.
खुश हैं एजाज बट
एजाज बट्ट ने कहा," मैं इस अवसर पर अफगानिस्तान की सरकार और अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड को धन्यवाद कहना चाहता हूं कि उन्होंने टीम को भेजा. मुझे उम्मीद है कि अफगानिस्तान के इस दौरे से और भी विदेशी टीमों के लिए रास्ता खुलेगा."
तीन मैचों की सीरीज के पहले मैच में बुधवार को पाकिस्तान की ए टीम ने अफगानिस्तान को 5 विकेट से हरा दिया. हिंसा से ग्रस्त परमाणु हथियार वाले देश में दो साल में पहली बार अफगानिस्तान की टीम क्रिकेट मैच खेल रही है. अफगान टीम 27 मई को रावलपिंडी और 29 मई को फैसलाबाद में खेलेगी.
श्रीलंका टीम पर हमले से पहले भी विदेशी टीम पाकिस्तान जाने से कतराती आई हैं. 11 सितंबर 2001 के हमले के बाद अमेरिका पाकिस्तान का इस्तेमाल आतंक के खिलाफ लड़ाई में कर रहा है. पिछले तीन साल में पाकिस्तान को मजबूरन घरेलू सीरीज को इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और यूएई में खेलना पड़ा.
रिपोर्टः एजेंसियां/ आमिर अंसारी
संपादनः उभ