'अफरीदी का कारनामा है पाक टीम'
२८ मार्च २०११पाकिस्तान के बल्लेबाज मिस्बाह उल हक का कहना है कि अफरीदी ने पाकिस्तानी टीम को एकदम सही वक्त पर आक्रामकता और नेतृत्व दिया जिसकी उसे जरूरत थी. 1992 में वर्ल्ड चैंपियन बन चुकी पाकिस्तान की टीम 2009 से काफी मुश्किल दौर से गुजरी है. उसने अपनी जमीन पर एक भी अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है. हाल के स्पॉट फिक्सिंग कांड से न सिर्फ टीम की छवि धूमिल हुई बल्कि उसके तीन अहम खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया और बाकी खिलाड़ियों का हौसला भी कम हुआ.
वर्ल्ड कप में शानदार
लेकिन अफरीदी के नेतृत्व में टीम ने अब तक टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया है. ग्रुप मैचों में टीम पांच मैच जीतकर ग्रुप बी में सबसे ऊपर रही. उसने ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम को हराया. उसके बाद क्वार्टर फाइनल में वेस्ट इंडीज को लगभग रौंदकर अफरीदी की टीम सेमीफाइनल के दरवाजे पर खड़ी है. इस मुकाबले में उसे मोहाली में भारत से भिड़ना है.
मिस्बाह इस बारे में कहते हैं, "हमें आक्रामकता की ही जरूरत थी और मुझे लगता है कि अफरीदी ने मैदान पर काफी आक्रामकता दिखाई है. वह मिसाल बनकर नेतृत्व करते हैं."
मिस्बाह कहते हैं कि अफरीदी खुद करके साबित करते हैं. उन्होंने कहा, "वह विकेट ले रहे हैं और जब भी टीम को जरूरत होती है तो सही वक्त पर प्रदर्शन भी कर रहे हैं. वह खिलाड़ियों के साथ खड़े रहते हैं और उन्हें बेहतर करने के लिए प्रेरित करते हैं."
अफरीदी इस वक्त वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं. उन्होंने सात मैचों में 21 खिलाड़ियों को आउट किया है. बुधवार को पाकिस्तान को भारत के खिलाफ सेमीफाइनल मैच खेलना है.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः उभ