अब आया एप्पल का आईफोन-4
८ जून २०१०एप्पल के वर्ल्डवाइड डेवलेपर्स कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कंपनी के चीफ एक्जीक्यूटिव स्टीव जॉब्स ने लॉन्चिंग के मौके पर कहा कि आईफोन के पहले संस्करण से अब तक की यह सबसे बड़ी छलांग है. आईफोन-4 में तमाम अन्य सुविधाओं के अलावा वीडियो चैट करने, हाई डेफिनेशन वीडियो शूट करने और उन्हें संपादित करने की सुविधा तो है ही, साथ ही रेजोल्यूशन स्क्रीन भी पहले से बेहतर है. स्टीव जॉब्स जब एप्पल कंपनी के नए आईफोन संस्करण को लॉन्च करने के लिए स्टेज पर उतरे तो हॉल में मौजूद लोगों ने खड़े होकर तालियां बजाई.
आईफोन-4 24 जून से ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, जापान और अमेरिका में बिकने लगेगा और 16 गीगाबाइट मॉडल की कीमत 199 डॉलर होगी जबकि 32 गीगाबाइट वर्जन के लिए 299 डॉलर चुकाने होंगे. जुलाई से यह 18 देशों में मिलने लगेगा तो अगस्त महीने में इसका दायरा बढ़कर 24 देशों का हो जाएगा. वैसे एप्पल ने कहा है कि कॉन्ट्रैक्ट की शर्तों के आधार पर उसकी कीमत ऊपर नीचे हो सकती हैं.
आईफोन-4 में 100 से ज्यादा नई सुविधाएं दी गई हैं. फ्रंट फेसिंग कैमरा के जरिए आईफोन रखने वाले लोग वीडियो कांफ्रेंसिंग कर सकते हैं. आईफोन-4 में हाई डेफिनेशन वीडियो को शूट और एडिट कर सकते हैं, उनके पास बेहतर कैमरे और बैटरी की सुविधा होगी और स्क्रीन का रेजोल्यूशन भी पहले से अच्छा होगा. स्टीव जॉब्स के मुताबिक ज्यादा रेजोल्यूशन वाली स्क्रीन लाना एक बड़ा कदम है क्योंकि इससे पहले फोन पर ऐसा डिसप्ले नहीं हुआ.
स्क्रीन का साइज 3.5 इंच ही रखा गया है जैसा पहले के आईफोन मॉडल का रहा है लेकिन इस फोन में हर वर्ग इंच में 326 पिक्सेल हैं जो पहले के आईफोन की तुलना में चार गुना ज्यादा पिक्सल है. स्टीव जॉब्स के मुताबिक यह मॉडल आने वाले सालों के लिए एक मानक स्थापित कर देगा. फोन की बैट्री भी बेहतर हुई है जिससे ग्राहकों को बातचीत के लिए 40 फीसदी और ज्यादा समय मिल सकेगा. पुराने मॉडलों की तुलना में आईफोन-4 करीब 9.3 मिलीमीटर यानी 24 फीसदी पतला है.
एप्पल के ए-4 प्रोसेसर पर चलने वाले आईफोन-4 में 5 मेगापिक्सल का कैमरा है जबकि पिछले मॉडलों में ग्राहकों को 3 मेगापिक्सल का कैमरा होने की सुविधा रही है. यूजर्स इंटरनेट सर्च इंजन के रूप में गूगल, याहू के अलावा माइक्रोसॉफ्ट के बिंग को इस्तेमाल कर पाएंगे.
एप्पल ने आईफोन को 2007 में बाजार में उतारा और अब तक 5 करोड़ फोन बिक चुके हैं. आईफोन को गूगल के एंड्रोएड प्लेटफॉर्म, ब्लैकबेरी और अन्य कंपनियों से कड़ी टक्कर मिल रही है. यह इस बात का संकेत है कि स्मार्टफोन का बाजार लगातार बढ़ता जा रहा है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: महेश झा