अब भी लाहौर हमला याद आता हैः जयवर्धने
२५ मई २०११पाकिस्तान के लाहौर शहर में तीन मार्च, 2009 को श्रीलंका की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम की बस पर आतंकवादी हुआ, जिसमें छह लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए. बस ड्राइवर की सूझ बूझ से श्रीलंका के क्रिकेट खिलाड़ी बच गए.
जयवर्धने ने ब्रिटेन के अखबार गार्डियन को दिए इंटरव्यू में कहा, "मुझे अब भी उसकी याद आती है."
उस वक्त टीम के कप्तान जयवर्धने ने उस मंजर को याद करते हुए कहा, "शुरू में लड़कों ने कहा कि सुबह आठ बजे ये लोग पटाखे क्यों छोड़ रहे हैं. लेकिन तभी किसी ने कहा, अरे नहीं, वे तो हम पर गोलियां चला रहे हैं. नीचे झुको." इस हमले में कुछ श्रीलंकाई खिलाड़ी घायल भी हो गए थे.
पाकिस्तान के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन जब श्रीलंका की टीम लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम जा रही थी, तभी करीब दर्जन भर नकाबपोश हमलावरों ने बस पर चारों ओर से गोलियां चलानी शुरू कर दीं. पर बस के ड्राइवर ने बहादुरी दिखाते हुए बस को चलाना जारी रखा और स्टेडियम के अंदर पहुंचा दिया. इसके बाद विशेष हेलिकॉप्टर से खिलाड़ियों को श्रीलंका भेज दिया गया. मैच को वहीं खत्म कर दिया गया.
हालांकि श्रीलंका के 32 साल के बल्लेबाज जयवर्धने को इस बात की खुशी है कि उनकी टीम के सभी खिलाड़ी उस हमले में बच गए और सब सही सलामत हैं.
इस घटना के बाद से पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट बंद हो गया. आईसीसी ने वर्ल्ड कप की उसकी मेजबानी भी रद्द कर दी और उसके मैच भारत, श्रीलंका और बांग्लादेश को दे दिए गए. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड लगातार अपने यहां दोबारा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट शुरू कराने की कोशिश कर रहा है लेकिन वहां की सुरक्षा स्थिति को देखते हुए यह संभव नहीं हो पाया है.
हाल में पीसीबी ने श्रींलका क्रिकेट बोर्ड से अपील की थी कि वह पाकिस्तान आकर मैच खेले. लेकिन श्रीलंका ने सुरक्षा के मद्देनजर इस अपील को ठुकरा दिया.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः ओ सिंह