'अमिताभ, शाहरुख जैसे रोल मेरे लिए भी लिखें'
१६ जून २०११60 साल के अदाकार ओम पुरी अब तक दो राष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुके हैं और सुपर स्टार की तरह लीड रोल करना चाहते हैं. "मेरे जैसे कलाकार के लिए कोई भूमिकाएं ही नहीं लिखी जाती. लेकिन अमिताभ बच्चन और शाहरुख खान के लिए खास रोल लिखे जाते हैं और मैं ऐसे ही कलाकार रह गया. मेरे लिए भी मुख्य भूमिका होनी चाहिए."
ओम पुरी के नाम कई बहुत अच्छी फिल्में हैं जिनमें आक्रोश, अर्धसत्य, मिर्च मसाला मशहूर हैं. ओम पुरी का कहना है कि हिंदी फिल्म उद्योग में विविधता कम है. "यहां सदियों से नाच गाने वाली फिल्में ही बनती हैं और उनके जैसे कलाकार के लिए मौके कम हैं. हमारी इंडस्ट्री एक ही तरह की फिल्में बनाती है. लेकिन अगर वह यथार्थवादी फिल्में बनाने लगे तो हमारे जैसे कलाकारों के लिए मौके बढ़ जाएंगे. हमें ऐसी फिल्में बनानी चाहिए जो रोजमर्रा से जुड़ी हों."
ओमपुरी ने भारत के बाहर भी फिल्मों में भूमिकाएं निभाई हैं. ईस्ट इज ईस्ट, माय सन इज फैंटास्टिक, द पैरोल ऑफिस और सिटी ऑफ जॉय में अभिनय किया. हाल ही में उन्होंने वेस्ट इज वेस्ट में काम किया है.
ओम पुरी कहते हैं, "क्रॉस ओवर सिनेमा बहुत अच्छा है लेकिन फिर विषय वस्तु पर सब निर्भर है. जिन मुद्दों पर फिल्म बन रही है वह दोनों देशों से जुड़ी होनी चाहिए तभी दर्शक उससे जुड़ पाते हैं.
पुरी के मुताबिक उन्हें इतनी सफलता इसलिए मिली है क्योंकि वह सही समय पर सही जगह पहुंचे. मैं हमेशा से अनुशासबद्ध और कड़ी मेहनत करने वाला रहा हूं. कई नए लोग आते हैं जाते हैं उनमें नियमितता की कमी होती है. इसलिए वह अपनी जगह नहीं बना पाते. नए अदाकारों को फिल्म की औपचारिक ट्रेनिंग दी जानी चाहिए."
पुरी की तमन्ना है कि वह नए निर्देशकों के साथ काम करें. "मैं विशाल भारद्वाज, राजकुमार हिरानी और फरहान अख्तर जैसे नए निर्देशकों के साथ काम करना चाहता हूं."
रिपोर्टः पीटीआई/आभा एम
संपादनः एस गौड़