अर्जेंटीना में समलैंगिक शादी को मान्यता
१५ जुलाई २०१०अर्जेंटीना की राष्ट्रपति क्रिस्टीना क्रिश्नर की अगुवाई वाली मध्यमार्गी वामपंथी सरकार ने 15 घंटे की बहस के बाद इस प्रस्ताव को 27 के मुकाबले 33 मतों से पास कर दिया. अर्जेंटीना मुख्य रूप से कैथोलिक धर्म के अनुयायियों का देश है, जहां समलैंगिकता को शक के नजरिए से देखा जाता है.
सत्तारूढ़ पार्टी के मिग्वेल पिशोता ने कहा, "यह एक ऐतिहासिक दिन है." विपक्षी दल के सीनेटर जेरार्डो मोरालेस ने कहा कि अर्जेंटीना का समाज बदल रहा है और इस कानून से अल्पसंख्यकों को फायदा पहुंचेगा. जिस वक्त संसद में बिल पास हुआ, बाहर खड़े हजारों लोगों ने खुशी के मारे नारे लगाए. कुछ समलैंगिक जोड़ों ने रोते रोते कहा, "इक्वैलिटी, इक्वैलिटी." यानी बराबरी का हक.
अर्जेंटीना में लगभग 90 फीसदी लोग कैथोलिक धर्म को मानते हैं. कुछ रूढ़ीवादी विचारधारा के लोगों ने इस कानून का विरोध किया था. पादरियों ने वर्जिन मेरी की मूर्तियों को प्रदर्शित करके इसका विरोध किया था. लेकिन गे अधिकारों के लिए संघर्ष कर रहे लोगों ने इसके विरोध में प्रदर्शन किया और नारे लगाए, "चर्च, तुम कूड़ा हो, तुम तानाशाह हो."
बुधवार को उस वक्त अजीब स्थिति सामने आ गई, जब दोनों विरोधी खेमे संसद के सामने इकट्ठा हो गए और एक दूसरे से भिड़ गए. उन्होंने एक दूसरे पर अंडे और नारंगियां भी फेंकी. फिर पुलिस को बीच बचाव करके उन्हें अलग करना पड़ा. चर्च ने इस मुद्दे पर राष्ट्रीय जनमत संग्रह का प्रस्ताव रखा था, जिसे खारिज कर दिया गया.
अब अर्जेंटीना में समलैंगिक जोड़ों को भी वही अधिकार होंगे, जो शादी शुदा पुरुष और स्त्री को होते हैं. वे बच्चों को गोद ले सकेंगे और उन्हें भी सामाजिक सुरक्षा दी जाएगी. लातिन अमेरिका में अर्जेंटीना पहला मुल्क है, जहां समलैंगिक शादी को कानूनी मान्यता दी गई है. हालांकि नीदरलैंड्स, बेल्जियम, स्पेन, कनाडा, दक्षिण अफ्रीका, नॉर्वे, स्वीडन, पुर्तगाल और आइसलैंड में भी गे मैरिज को मान्यता है. लातिन अमेरिकी हिस्से में मेक्सिको सिटी में समलैंगिक शादी को कानूनी दर्जा हासिल है.
पिछले साल 28 दिसंबर को एलेक्स फ्रेयर और खोसे मारिया डी बेलो ने समलैंगिक शादी की थी. इसके बाद से ही यह विवाद उठ खड़ा हुआ था. कानूनी दांव पेंचों का हवाला देकर कहा जा रहा था कि यह वैध शादी नहीं है. मामला अदालत तक पहुंचा था लेकिन उस पर सुनवाई से पहले ही अब यह कानून बन गया है.
रिपोर्टः एएफपी/ए जमाल
संपादनः आभा एम