अलोंजो ने जीती ब्रिटिश ग्रां प्री
१० जुलाई २०११रेस में बहुत देर तक विश्व चैंपियन सेबेस्टियान फेटेल पहले नंबर पर चल रहे थे लेकिन दूसरे स्टॉप के बाद उनके व्हीलनट में कुछ परेशानी आ गई और उन्हें धीमा होना पड़ा. इसका फायदा अलोंजो को पहुंचा और उन्होंने सीजन की पहली रेस जीत ली. यह उनके करियर की 27वीं जीत है.
ऑस्ट्रेलिया के मार्क वेबर ने पोल पोजीशन के साथ सिल्वरस्टोन की रेस शुरू की लेकिन उन्हें तीसरे नंबर से ही संतोष करना पड़ा. आखिरी दो चक्कर में उन्होंने अपनी टीम के फेटेल से आगे निकलने की कोशिश की लेकिन रेडियो पर उन्हें निर्देश दिया गया कि वह अपनी पोजीशन बनाए रखें.
जीत के बाद अलोंजो ने कहा, "60 साल बाद उसी सर्किट में, वैसे ही माहौल में और वैसे ही जोश में मैंने जीत हासिल की है. मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा है. इसने मेरा दिन खास बना दिया है." फरारी ने 60 साल पहले भी इसी सर्किट में रेस जीती थी.
फेटेल ने नौ रेसों में सातवीं जीत की पूरी कोशिश की लेकिन तकनीकी गड़बड़ियों की वजह से वह पहले नंबर पर नहीं आ पाए. मैकलैरेन गाड़ी चलाने वाले ब्रिटेन के लुइस हैमिल्टन ने अपने देश के फैन्स का पूरा ध्यान रखा और 10वें नंबर से रेस की शुरुआत करने के बाद भी वह चौथे नंबर पर रहे. आखिरी चक्कर में उनकी कार फरारी ड्राइवर फिलिपे मासा से भिड़ भी गई. 52 चक्करों की इस रेस में अलोंजो ने 28वें चक्कर में बढ़त बना ली.
उन्होंने फेटेल को पीछे किया. इसके बावजूद इस सीजन में फेटेल पहले नंबर पर बने हुए हैं. उनके पास 204 अंक हैं, जबकि अलोंजो के 112 अंक हैं और वह तीसरे नंबर पर पहुंच गए हैं. रेड बुल के मार्क वेबर के पास 124 अंक हैं और वह दूसरे नंबर पर बने हुए हैं. फेटेल का कहना है, "मुझे लगता है कि हमें इस बात को मान लेना चाहिए कि फरारी ने आज हमें हरा दिया. मुझे लगता है कि इससे साबित होता है कि हमें अभी और मेहनत करने की जरूरत है."
रेस के बाद रेड बुल के टीम प्रमुख क्रिस्टियान हॉर्नर ने कहा कि हमने मार्क को पीछे बने रहने का निर्देश दिया, जिससे वह खुश नहीं थे. मैकलैरन के जेनसन बटन बेहद दुर्भाग्यशाली रहे. वह जब एक स्टॉप पर रुके तो उनकी गाड़ी के अगले चक्के का व्हीलगन निकल गया. उन्हें गाड़ी रोकनी पड़ी और उनकी रेस वहीं खत्म हो गई.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल
संपादनः एस गौड़