आईपीएल के 3जीः गेल, गांगुली और गंभीर
२९ अप्रैल २०१२क्रिस गेलः
वेस्ट इंडीज की टीम जिस वक्त अपने ही घर में कंगारुओं के सामने घुटने टेक रही है, उसी वक्त जमैका के विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल भारत की इंडियन प्रीमियर लीग में आग उगल रहे हैं. उनकी रॉयल बैंगलोर की टीम कोलकाता से भले बुरी तरह हार गई हो लेकिन इस दौरान गेल की बल्लेबाजी देखने लायक थी. उन्होंने 86 बेहतरीन रन बनाए और टूर्नामेंट में अब भी सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बने हुए हैं.
गेल इस आईपीएल में अब तक इकलौते खिलाड़ी हैं, जिनके नाम चौकों से ज्यादा छक्के हैं. आईपीएल 5 में उन्होंने 21 चौके और 25 छक्के जमाए हैं. आधा सफर पार करने के बाद आठ मैच में उनका निजी स्कोर 336 रन तक पहुंच चुका है और औसत 48 का है. गेल का वेस्ट इंडीज क्रिकेट बोर्ड से झगड़ा चल रहा है, जिसकी वजह से वह राष्ट्रीय टीम में नहीं खेल पा रहे हैं. वेस्ट इंडीज इन दिनों ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी कर रही है और उसे बुरी तरह हार का सामना करना पड़ रहा है. सिर्फ शिवनारायण चंद्रपॉल कुछ कारनामा दिखा पा रहे हैं.
सौरव गांगुलीः
बार बार नाकामी को झुठलाने वाले भारत के शानदार क्रिकेटर सौरव गांगुली ने आईपीएल 5 में कमाल कर दिया. शाहरुख खान की कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ बुरे अनुभव के बाद पिछले साल तो किसी टीम ने गांगुली को खरीदा भी नहीं. बाद में वह किसी तरह पुणे वॉरियर्स में शामिल हो पाए. इस साल उनकी अगुवाई में पुणे ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है. गांगुली ने रन तो सिर्फ 150 ही बनाए हैं लेकिन बल्ले के साथ गेंद का भी बखूबी इस्तेमाल किया है और संकट के कई मौकों पर विकेट लिए हैं.
खास बात उनकी कप्तानी की है. सिर्फ दूसरे सीजन में खेल रही पुणे की टीम को उन्होंने शुरुआती मैच जिताए, वह देखने लायक थे. हालांकि अब पुणे की टीम अंक तालिका में थोड़ा नीचे उतर गई है लेकिन अभी भी वापसी की पूरी संभावना है.
गौतम गंभीरः
क्रिस गेल की टीम से मुकाबले में गौतम गंभीर भले ही शतक बनाने से चूक गए हों लेकिन उनके 93 रन की पारी ने ही कोलकाता की टीम को जीत दिलाई. तीन सीजन के बाद जब कोलकाता की टीम हार के लिए जानी जाने लगी, तो उन्होंने दिल्ली के बल्लेबाज गौतम गंभीर को खरीदा और गंभीर की कप्तानी में टीम शानदार प्रदर्शन कर रही है. इस सीजन में नौ मैचों में से पांच में जीत हासिल कर टीम दूसरे नंबर पर पहुंच गई है.
जिन पांच खिलाड़ियों ने इस सीजन में 300 से ज्यादा रन बनाए हैं. उनमें गंभीर भी शामिल हैं. ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर जब भारतीय टीम में रोटेशन पॉलिसी अपनाई गई, तो गंभीर ने अपनी बात खुल कर रखी थी, जिसकी वजह से विवाद भी हुआ. लेकिन गंभीर के खेल में कोई बदलाव नहीं आया.
खास बात यह कि ये तीनों खिलाड़ी बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं.
रिपोर्टः अनवर जे अशरफ
संपादनः महेश झा