आईसीसी रैंकिंग का तरीका ठीक नहीं: संगकारा
२४ जुलाई २०१०श्रीलंका के कप्तान का बयान यह पूछे जाने पर आया कि क्या भारत वास्तव में नंबर वन का हकदार है क्योंकि 1993 के बाद से उसने ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका या श्रीलंका में एक बार भी टेस्ट सीरीज नहीं जीती है. संगकारा ने कहा, "आपको यह सवाल हारून लोर्गट से पूछना चाहिए था, जो यहां आए हुए थे."
संगकारा का कहना है, "जब आम लोग, खिलाड़ी या खेल प्रशासक ही रैंकिंग को नहीं समझ पा रहे हैं, तो भला ऐसी रैंकिंग का क्या काम. अगर आपको वाकई टेस्ट रैंकिंग चाहिए, तो आपको टेस्ट मैचों का वर्ल्ड चैंपियनशिप खेलना चाहिए."
संगकारा ने कहा कि आईसीसी की रैंकिंग के लिए यह जरूरी है कि हर टीम दूसरी टीम से कम से कम एक बार जरूर खेले. उन्होंने कहा, "रैंकिंग को साफ सुथरे तरीके से तैयार करना चाहिए. आपको इसके लिए कुछ नियम बनाने होंगे. हर टीम को दो साल में कम से कम एक बार हर टीम से टेस्ट मैच खेलना चाहिए."
श्रीलंका खुद पिछले साल आईसीसी रैंकिंग में दूसरे नंबर पर पहुंच गया था. जबकि उसने कभी भी भारत, ऑस्ट्रेलिया या दक्षिण अफ्रीका में कोई टेस्ट सीरीज नहीं जीती है. उनकी टीम के बारे में पूछे जाने पर संगकारा का कहना था कि उनकी टीम ने घर से बाहर ज्यादा टेस्ट मैच नहीं खेले हैं. उन्होंने कहा, "2006 के बाद से हमारी टीम बहुत अच्छी चल रही है. हमने इंग्लैंड, पाकिस्तान और न्यू जीलैंड में जाकर जीत दर्ज की है. भारत, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका में हमें कभी जीत नहीं मिल पाई. हमें उन जगहों पर ज्यादा खेलना होगा."
आईसीसी के नियमों के मुताबिक दूसरे देश में जीत हासिल करने पर ज्यादा अंक नहीं मिलते हैं, जबकि फुटबॉल जैसे खेलों में ज्यादा पॉइंट दिए जाते हैं.
रिपोर्टः पीटीआई/ए जमाल
संपादनः वी कुमार