आठ दिन बाद गजा में शांति
२२ नवम्बर २०१२इस्राएली रेडियो के मुताबिक गुरुवार को भी गजा की तरफ से कुछ रॉकेट दागे गए लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाबी कार्रवाई नहीं की गई. बुधवार देर रात संघर्ष विराम के एलान के बाद गजा के लोग सड़कों पर नाचने लगे. आतिशबाजी भी हुई. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इस्राएल और हमास से कहा है कि वह संघर्ष विराम का पालन करें.
संघर्ष विराम की शर्तें इस तरह से हैं:
1. इस्राएल गजा में किए जा रहे संघर्ष को बंद करेगा. इस्राएल जल, थल और आकाश के जरिए किसी व्यक्ति को निशाना नहीं बनाएगा.
2. फलीस्तीन के सभी गुट गजा में इस्राएल के विरुद्ध संघर्ष खत्म करेंगे, इनमें रॉकेट हमले और सीमा पर हो रहे हमले भी हैं.
3. संघर्ष विराम के 24 घंटों के भीतर गजा को लोगों और सामान की खुली आवाजाही के लिए खोला जाएगा.
4. दोनों पक्ष मिस्र को यह भरोसा देंगे कि वे इस समझौते को मान रहे हैं, अगर संधि को तोड़ने वाली कोई खबर आई तो इसकी जानकारी भी दी जाएगी.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद और मिस्र के राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी के जरिए किया गया यह पहला कूटनीतक हल है. इस बीच इस्राएली सेना का कहना है कि पश्चिमी तट पर उसने 55 संदिग्ध उग्रवादियों को गिरफ्तार किया है. सेना का कहना है कि आठ दिन के संघर्ष के बाद इधर उधर छुपे उग्रवादियों को खोजा जा रहा है. यह कार्रवाई संघर्ष विराम की अवेहलना नहीं करती है. इस्राएली सेना ने अपने बयान में कहा, फलीस्तीनी हिस्से में कई इलाकों से वरिष्ठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, कानून व्यवस्था बहाल रखने और इस्राएली समुदाय में आतंकवादियों की घुसपैठ टालने के लिए यह कार्रवाई जारी रहेगी."
पश्चिमी तट अमेरिका के समर्थन वाले फलीस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास का इलाका है, लेकिन यहां के कई निवासी इस्लामी संगठन हमास के समर्थक हैं. हमास गजा पर शासन करता है. यह संगठन इस्राएल के साथ स्थायी शांति को खारिज करता है. अब्बास और हमास के बीच इलाके बंटे हुए हैं.
इस्राएल ने 14 नवंबर को हमास के सैन्य कमांडर पर हवाई हमला किया. हमले में सैन्य कमांडर की मौके पर ही मौत हो गई. इसके बाद हमास की तरफ से इस्राएल पर रॉकेट दागे जाने लगे. दोनों पक्षों के बीच संघर्ष का दायरा बढ़ता गया. संघर्ष शांत कराने के लिए बुधवार को अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन औचक रूप से मिस्र पहुंची. वहां उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून के साथ मिस्र के राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी से बातचीत की. मुर्सी ने हमास को संघर्ष विराम के लिए प्रोत्साहित किया और अमेरिका ने इस्राएल को.
मुर्सी को गुरुवार को पाकिस्तान में सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी आठ विकासशील देशों के सम्मेलन में जाना था. इस्लामाबाद में गुरुवार से डी-8 सम्मेलन होना है. लेकिन अब मुर्सी इसमें नहीं आएंगे. पहले कहा गया था इस्लामाबाद में मुर्सी, ईरान और तुर्की के राष्ट्र प्रमुखों से मिलेंगे. तीनों सीरिया के मु्द्दे पर बातचीत करनी थी.
ओएसजे/एनआर (एएफपी, डीपीए)