आपकी मर्जी से उठेंगी लहरें
३१ अक्टूबर २०१३स्पेन के पहाड़ी इलाके में बने एक बड़े पूल में एक बटन दबाने से लहरें उठने लगती हैं. सर्फर यहां अगली चैंपियनशिप की तैयारी कर रहे हैं. सर्फर खुश हैं कि अब उन्हें अभ्यास करने के लिए प्रशांत महासागर या किसी हवाई द्वीप पर जाने की जरूरत नहीं. वेवगार्डेन नाम के इस प्रोजेक्ट की संस्थापक कारिन फ्रिश बताती हैं कि ये लहरें बरसों के तजुर्बे और अभ्यास का फल है, "कई बार संकट का मौका आता है. जब भी हम सोचते हैं कि अब सब कुछ ठीक है, कुछ न कुछ खराब हो जाता है."
लाखों यूरो का खर्च
अभी यह प्रोजेक्ट टेस्ट फेज में है, लेकिन जर्मन शहर श्टुटगार्ट की रहने वाली कारिन अपने पति के साथ इसका फॉर्मूला दुनिया भर में बेच चुकी हैं. हालांकि इसका फॉर्मूला तो टॉप सीक्रेट है. यह काम कैसे करता है, इस बात को तो कारिन राज ही रखना चाहती हैं, पर यह जरूर बताती हैं कि अब तक सिस्टम पर दसियों हजार यूरो खर्च हो चुके हैं. वैसे कुछ मदद बास्क सरकार से मिली. लेकिन इसमें अभी और रकम लगाने की जरूरत है.
यूरोप में सर्फबोर्ड बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी पुकास सर्फबोर्ड यहां टेस्टिंग कर चुकी है और बेहद खुश हैं. पुकास सर्फबोर्ड के मैनेजर अडुर लेटामेंडिया कहते हैं, "यह बहुत अच्छा है. लहरें एक तरह से उठ रही हैं और यह प्राकृतिक जगह से बेहतर है. समुद्र में लहरें असमान होती हैं. यहां यह इतना परफेक्ट है कि हम कई तरह से और लंबे समय तक सर्फ कर सकते हैं."
बच्चों के लिए शानदार
ऑस्ट्रेलियाई तैराक एंड्रयू गैरी रॉस को यह खूब पसंद आया है. वह ऐसे पांच प्रोजेक्ट अपने यहां लगाना चाहते हैं. हर एक में करीब एक करोड़ यूरो का खर्च आएगा. इतने पैसे लगाने से पहले वह खुद इसका टेस्ट करना चाहते हैं, "मेरे लिए तो तट पर ही बहुत शानदार होता है, लेकिन मेरे चार साल के बेटे और ढाई साल की बेटी के लिए सर्फ करने की यह सही जगह होगी."
जर्मन आर्किटेक्ट फिलिप फॉन बाउम का भी इसमें योगदान है. उन्होंने बेसिन का तल तैयार किया है. लहर पैदा करने वाली मशीन पर भी रिसर्च हो ही रही है. हर लहर को अलग अलग मापा जाता है.
कारिन के सात साल के बेटे को भी यहां सर्फिंग करना पसंद है. सात साल पहले ही कारिन ने अपने पति के साथ मिल कर लहरों के विज्ञान को समझने की शुरुआत की. फिर उन्होंने ऐसा छेद तैयार किया, जहां से लहरों के लिए पानी छोड़ा जा सके. कारिन फ्रिश और उनके पति को भरोसा है कि यह बिकेगा. उनका मानना है कि वेवगार्डेन पर्यटन का आकर्षण हो सकता है.
रिपोर्टः होल्गर चेचाक/अनवर अशरफ
संपादनः ईशा भाटिया