आम लोगों पर हमले के खिलाफ ओसामा
२५ फ़रवरी २०११इंटरनेट पर जारी एक ऑडियो टेप में अयमान अल जवाहिरी ने कहा, "कुछ ऐसी कार्रवाइयां होती हैं जिसके लिए मुजाहिदीन को जिम्मेदार ठहराया जाता है, चाहे वह सही हो या गलत. इन हमलों में मुसलमानों पर मस्जिदों या भीड़ में या फिर बाजार में हमला होता है. मैं और अल कायदा के मेरे भाई इन हमलों की जिम्मेदारी नहीं लेते हैं और इन हमलों की निंदा करते हैं." अल जवाहिरी ने कहा, तालिबान नेता मुल्लाह उमर और ओसामा बिन लादेन सहित कई और लोगों ने यह बात कही है, लेकिन ओसामा दोबारा इस पर जोर देना चाहते हैं. "शेख ओसामा बिन लादेन ने मुझसे दोबारा यह बात कहने को कहा है. इसलिए मैं मुजाहिदीन से कहूंगा कि किसी भी जिहादी कार्रवाई से पहले वह शरिया के नियमों और मुसलमानों की भलाई के बारे में सोचें."
हालांकि जवाहिरी ने किसी खास हमले का जिक्र नहीं किया, लेकिन उसका कहना था कि मुसलमानों और गैर मुसलमानों पर हमले नहीं करने चाहिए. जवाहरी ने कहा कि नए साल पर मिस्र के एक कॉप्टिक गिरजाघर में जो हमला हुआ था, वह इसलिए किया गया था क्योंकि गिरजाघर के नेता मुसलमानों के खिलाफ काम कर रहे थे. लेकिन अल कायदा की तरफ से अल जवाहिरी ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.
ऑडियो टेप के असली होने की पुष्टि तो नहीं की जा सकी है लेकिन उसे कई इस्लामी वेबसाइटों पर लगाया गया है. अल जवाहरी का संदेश मिस्र में लोगों के विरोध प्रदर्शनों की सफलता पर उन्हें बधाई देते हुए निकाला गया था.
इराक में अल कायदा ने कई बार आम जनता पर हमला किया है. 11 सितंबर 2001 में अमेरिका पर हुए हमलों में 3,000 आम लोग मारे गए थे. इस हमले के पीछे भी अल कायादा का हाथ था. अमेरिकी सरकार का मानना है कि अल कायदा नेता ओसामा बिन लादेन अफगानिस्तान औऱ पाकिस्तान के सरहदी इलाके में कहीं छिपा हुआ है.
रिपोर्टः रॉयटर्स/एमजी
संपादनः एन रंजन