आरोश और वाइनलैंड को भौतिकी का नोबेल
९ अक्टूबर २०१२पकड़ में नहीं आने वाले क्वांटम पार्टिकल को नष्ट किए बिना उन्हें मापने की तकनीक बनाने के लिए उन्हें यह पुरस्कार दिया जाएगा. विज्ञानी पहले इसे असंभव मानते थे.
पुरस्कार की घोषणा करते हुए रॉयल स्वीडिश अकादमी ने कहा कि उनकी तकनीक के जरिए नए तरीके के सुपर फास्ट कंप्यूटर बनाए जा सकेंगे, "नोबेल पुरस्कार विजेताओं ने क्वांटम फिजिक्स में प्रयोगों का नया युग शुरू किया है उन्होंने बताया कि क्वांटम पार्टिकल को बिना नष्ट किए उनका निरीक्षण कैसे किया जा सकता है. शायद क्वांटम कंप्यूटर इस सदी में रोजमर्रा में वैसे ही आमूलचूल बदलाव कर देगा जैसे पिछली सदी में कंप्यूटर ने किया था."
फ्रांस के वैज्ञानिक सर्ज आरोश ने पुरस्कार मिलने के बाद कहा, "इसे सच मानना मुश्किल है. मैं अपनी पत्नी के साथ घर जा रहा था. मैं बहुत खुश हुआ. यह शानदार है. पहले मैं अपने बच्चों को बताऊंगा और फिर अपने सबसे नजदीकी साथी को. मैंने उन्हें एसएमएस किया है. मुझे नहीं लगा था कि मुझे यह पुरस्कार मिलेगा. मैं खुद को दूसरे उम्मीदवारों की लाइन में पीछे देख रहा था. कई लोग हैं जो इस पुरस्कार का हक रखते हैं. यह बहुत अच्छा सरप्राइज था. घर पर शैंपेन ले कर फिर मैं प्रयोगशाला जाऊंगा."
रिपोर्टः आभा मोंढे (रॉयटर्स, एएफपी, डीपीए)
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