इंग्लैंड के लिए खेलते रहना चाहते हैं बेकहम
१५ जुलाई २०१०जर्मनी के हाथों इंग्लैंड जब वर्ल्ड कप में हार रहा था, तो ग्राउंड के बाहर बैठे बेखम हाथ मल रहे थे. उन्होंने उम्मीद जताई है कि वे कुछ और समय इंग्लैंड के लिए खेल सकेंगे. "मैं अपने देश के लिए खेलना पसंद करूंगा." 35 साल के बेखम तीन महीने पहले एक मैच के दौरान चोटिल हो गए थे और उसकी वजह से वर्ल्ड कप नहीं खेल पाए. उन्होंने उम्मीद जताई कि वे एक दो महीने में खेल में लौट सकेंगे. "मैंने पहले भी कहा है कि मैं अपने देश के लिए अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से रिटायरमेंट नहीं लूंगा. इसका मतलब ये नहीं कि मुझे फिर से नहीं चुना जा सकता. मैं हमेशा अपने देश के लिए उपलब्ध रहना चाहता हूं. अगर मैनेजमेंट को लगता है कि मैं खेल सकता हूं तो मैं उनकी उम्मीद पूरी कर सकता हूं."
हालांकि बेकहम वर्ल्ड कप में नहीं खेल पाए लेकिन वे खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने के लिए मैदान पर मौजूद थे. इस कारण अटकलें लगाई जा रही थीं कि वे टीम मैनेजमेंट में जा सकते हैं. लेकिन बेखम ने इससे साफ इनकार किया. "नहीं. ये एक ऐसा काम है जिसमें मेरी कभी रुचि नहीं रही. टीम के मैनेजमेंट में या मैनेजर की हैसियत से काम करना मुझे नहीं अच्छा लगता. मुझे बच्चों को कोचिंग देना पसंद है और ये मेरा जुनून है, लेकिन मैनेजमेंट नहीं."
अब तक इंग्लैंड के लिए 115 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके बेकहम ने वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खराब प्रदर्शन के लिए खिलाड़ियों को जिम्मेदार ठहराया. "खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया. तो लोगों ने सोचा मैनेजर का हटना सही है. मेरा मानना है कि मैनजर बहुत अच्छे हैं लेकिन खिलाड़ियों ने उनका आदर नहीं किया जबकि उन्होंने खिलाड़ियों का आदर किया."
इंग्लैंड और जर्मनी दोनों के कप्तान राष्ट्रीय टीमों में अपनी स्थिति मजबूत बनाने की कोशिश कर रहे हैं. जर्मनी के चोटिल कप्तान मिषाएल बालाक ने भी कहा है कि वे ही कप्तान हैं और टीम के लिए खेलना चाहेंगे. बलाक भी चोट की वजह से वर्ल्ड कप में नहीं खेल पाए थे लेकिन उनका भी कहना है कि वह यूरो कप 2012 में खेलना चाहते हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः ए जमाल