इटली के साथ समझौते से मुकरे लीबियाई विद्रोही
८ मई २०११अल जजीरा टेलीविजन पर अब्देल फतह ने कहा, "हमें कोई हथियार नहीं मिला है. न इटली से, न किसी और देश से."
गलती से दिया बयान
अपने प्रवक्ता की बात को गलत बताते हुए फतह ने कहा, "शायद हमारा एक भाई अपनी बात ठीक से नहीं कह पाया. हम नेशनल काउंसिल की तरफ से इटली से माफी चाहते हैं."
विद्रोहियों के संगठन ट्रांजीशनल नेशनल काउंसिल के प्रवक्ता अब्देल हाफिज घोगा ने शनिवार सुबह बेनगाजी में एक प्रेस कान्फ्रेंस में कहा था कि विद्रोही लड़ाकों को जल्दी ही हथियार मुहैया कराए जाएंगे. जब घोगा से इस जानकारी की पुष्टि के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "हां, सेना ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि उनका इटली के साथ समझौता हो गया है." घोगा ने कहा कि सेना के अधिकारी दो बार रोम हो आए हैं और हथियार जल्दी ही मिल जाएंगे.
इटली फौरन मुकरा
इस बयान के आते ही दुनियाभर के राजनीतिक गलियारों में हलचल शुरू हो गई और इटली ने फौरन इसका खंडन किया. रोम में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ है. प्रवक्ता ने कहा, "उन्हें हथियार सप्लाई करने के बारे में कोई समझौता नहीं हुआ है. हम सिर्फ उन्हें आत्मरक्षा के लिए उपकरण देंगे. इस बारे में दोहा में पिछले महीने लीबिया संपर्क समूह की बैठक में सहमति बनी थी."
इटली ने विद्रोहियों के प्रति पूरा समर्थन जाहिर किया है. उसने ट्रांजीशनल काउंसिल को देश के एकमात्र वैध प्रतिनिधि के तौर पर मान्यता दे दी है. लेकिन गद्दाफी के विरोधी बाकी देशों से आगे बढ़कर विद्रोहियों के साथ समझौता करना इटली के लिए मुश्किल होगा.
लीबियाई शासक मुअम्मर गद्दाफी के खिलाफ लड़ रहे विद्रोही लंबे समय से हथियारों की मांग कर रहे हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः उभ