इस्राएली एजेन्ट का जर्मनी में प्रत्यर्पण होगा
७ जुलाई २०१०इस्राएल ने तो कह दिया था कि यूरी ब्रोडोस्की घर जा सकता है लेकिन पोलैंड की एक कोर्ट ने इस्राएल के मोसाद एजेन्ट माने जाने वाले ब्रोडोस्की को जर्मनी प्रत्यर्पित करने का फैसला सुनाया है. वारसा की अदालत ने कहा, "अदालत ने फैसला लिया है कि यूरी ब्रोडोस्की को अदालती कार्रवाई के लिए जर्मन अधिकारियों को सौंपा जाएगा. कोर्ट ने इस बात का फैसला नहीं लिया है कि ब्रोडोस्की ने वो अपराध किया है या नहीं जिस मामले में उसकी जांच की जा रही है. कोर्ट ने सिर्फ यह जांचा है कि क्या प्रत्यर्पण के आवेदन के लिए ज़रूरी औपचारिकताएं पूरी की गई हैं या नहीं. इस बात की भी जांच की गई कि क्या आरोपी को सही पहचाना गया है."
अदालत ने कहा है कि इस फैसले के खिलाफ अपील करने के लिए ब्रोडोस्की के पास तीन दिन का समय है लेकिन संदिग्ध आरोपी के वकील ने कहा है कि अपील करेंगे या नहीं इस बारे में पता नहीं है. ब्रोडोस्की को 4 जून को वारसा के एयरपोर्ट पर गलत तरीके से जर्मन पासपोर्ट लेने के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था. जर्मनी ने उसके खिलाफ अंतरराष्ट्रीय वारंट कई सप्ताह पहले जारी कर दिया था.
ब्रोडेस्की इस्राएली नागरिक है. बताया जाता है कि उसने महमूद अल माबहुह की हत्या के लिए जाली जर्मन पासपोर्ट बनाने में मदद की. इस्राएल ने इस प्रत्यर्पण का विरोध किया है और कहा है कि संदिग्ध को पहले इस्राएली अदालत में पेश किया जाना चाहिए.
दूसरे पश्चिमी देशों के साथ जर्मनी इस बात पर खासा नाराज़ था कि उसका पासपोर्ट संदिग्ध मोसाद टीम ने हमास के सह संस्थापर अल मबहूह की हत्या में इस्माल किया गया. ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, आयरलैंड ऑस्ट्रिया के 26 जाली पासपोर्ट इस हत्या के सिलसिले में इस्तेमाल किए गए थे. मबहूह की 19 जनवरी को दुबई में एक होटल में हत्या कर दी गई थी.
रिपोर्ट: एजेंसियां/आभा एम
संपादन: एस गौड़