इस्राएली दूतावास हमले में भारतीय पत्रकार गिरफ्तार
७ मार्च २०१२दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता राजन भगत ने बताया कि मंगलवार की रात गिरफ्तार हुआ शख्स एक स्वतंत्र पत्रकार है. उसका नाम सैयद मोहम्मद काजमी है और उसका दावा है कि वह एक ईरानी समाचार एजेंसी के लिए काम करता है. राजन भगत ने कहा, "पूछताछ के बाद उसे स्थानीय कोर्ट में हाजिर किया जाएगा." बम धमाके की छानबीन कर रही पुलिस ने 50 साल के काजमी को बम हमले से जुड़े एक संदिग्ध के साथ संपर्क रखने के अंदेशे में गिरफ्तार किया है. यह संदिग्ध वह शख्स है जिसके बारे में पुलिस का मानना है कि उसने चुंबक बम को राजनयिक की कार में लगाया था.
पुलिस ने बताया कि 13 फरवरी को हुए बम धमाके की जांच के सिलसिले में सबूत हासिल करने के लिए उन्होंने पिछले दो दिनों में काजमी के घर की गहन तलाशी ली है. हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि तलाशी के दौरान उन्हें क्या कुछ मिल सका है. पुलिस का कहना है कि काजमी को कोर्ट में हाजिर कर पूछताछ के लिए उसकी हिरासत मांगी जाएगी. अभी यह पक्का नहीं हो सका है कि काजमी किस समाचार एजेंसी के लिए काम करता है.
पिछले महीने की 13 तारीख को हुए इस बम हमले में इस्राएली राजनयिक की पत्नी, उनका ड्राइवर और पास की कार में बैठे दो और लोग घायल हो गए थे. धमाका इस्राएली दूतावास के पास ही हुआ था. इस्राएल ने इस हमले के लिए ईरान पर आरोप लगाया है. भारतीय अधिकारियो ने फिलहाल इस बारे में किसी पर आरोप लगाने से इनकार कर दिया है उनका कहना है कि अभी जांच चल रही है. पुलिस का कहना है कि एक मोटरसाइकिल पर सवार युवक कार के करीब आया और उसने चुंबक बम को कार से लगा दिया. इसके बाद वो वहां से चलता बना.
दिल्ली में जिस दिन धमाका हुआ उसी दिन जॉर्जिया में भी एक इस्राएली राजनयिक की कार में बम मिला. इसके अगले दिन तीन ईरानी नागरिकों ने गलती से अपना मकान बम धमाके में उड़ा दिया. इस्राएली अधिकारियों का कहना है कि यह सभी धमाके एक ही तरह से हुए. उनका कहना है कि इसके पहले भी दो धमाकों में इसी तरह के विस्फोटक का इस्तेमाल हुआ जो ईरान से जुड़ा था.
इस्राएल ईरान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाता है और उसने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला करने की धमकी भी दी है.
रिपोर्टः एपी,डीपीए/एन रंजन
संपादनः आभा मोंढे