इस्लाम का आदर जरूरीः जर्मनी
१८ सितम्बर २०१२डॉयचे वेलेः इस वीडि़यो के कारण अरब दुनिया में लोग अपमानित महसूस कर रहे हैं, भले ही यह सही हो या गलत. इन लोगों के लिए आपका क्या संदेश है.
गीडो वेस्टरवेलेः यह वीडियो नुकसानदेह है और इसका जर्मनी या किसी भी पश्चिमी लोकतंत्र से लेना देना नहीं है. हम एक ऐसे देश हैं, जो धार्मिक बहुलता चाहता है और सहिष्णु तरीके से रहता है. लेकिन इस वीडियो के खिलाफ हिंसा को किसी कीमत पर सही नहीं ठहराया जा सकता.
डॉयचे वेलेः क्या यह विरोध प्रदर्शन लोगों का गुस्सा है या फिर यह किसी की साजिश लगती है.
गीडो वेस्टरवेलेः मुझे लगता है कि यह हमें थोड़े समय बात पता चलेगा. कुछ तो सुनियोजित है लेकिन कुछ अचानक हुआ भी लगता है. लेकिन एक बात तय है कि अधिकतर देशों में लोग शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और इसका मतलब है कि हिंसा किसी भी तरह अच्छी नहीं.
डॉयचे वेलेः इस तरह के वीडियो के खिलाफ आप क्या कर सकते हैं. क्योंकि एक बार जो इंटरनेट में पहुंच गया उसे जर्मन आपराधिक कानून हटा नहीं सकता.
गीडो वेस्टरवेलेः हां यह महत्वपूर्ण है कि हम तय करें कि देश में किसी भी तरह घृणा नहीं फैले. यह एक संदेश है जो हम दुनिया को देना चाहते हैं. हम हमेशा लोगों का ध्यान खींचें कि दूसरे धर्मों के बारे में बुरा कहने वाली और शांति भंग करने की कोशिश करने वाली चीजें कानून के दायरे में लाई जाएंगी. इसके कई कारण है. मेरी अपेक्षा है कि जिस तरह दूसरे किसी धर्म का आदर किया जाता है वैसे ही मुसलमानों का भी किया जाए. यह मेरे नजरों में सबसे महत्वपूर्ण है.
डॉयचे वेलेः हिंसाग्रस्त देशों में जर्मन दूतावास और जर्मन कार्यालयों की सुरक्षा के लिए आप क्या कर सकते हैं.
गीडो वेस्टरवेलेः हमने सुरक्षा बढ़ा दी है. लेकिन मैं इस बारे में विस्तार से बात नहीं कर सकता.
डॉयचे वेलेः क्या अभी कुछ नहीं किया जा सकता. क्या इस तरह की घटना फिर होने से रोकी जा सकती है.
गीडो वेस्टरवेलेः हम जो कर सकते थे हमने किया. इससे ज्यादा मैं आपसे कुछ नहीं कह सकता. क्योंकि मैं नहीं चाहता कि हमने जो उपाय किए हैं वह सार्वजनिक हों.
इंटरव्यूः बर्न्ड रीगर्ट/आभा मोंढे
संपादनः महेश झा