आईएस ने की कट्टरपंथियों से एकजुट होने की अपील
१४ अक्टूबर २०१५अमेरिका के नेतृत्व वाले सैनिक गठबंधन के अलावा सितंबर के अंत से रूस भी सीरिया में आईएस के ठिकानों पर बमबारी कर रहा है. गृहयुद्ध से पीड़ित सीरिया में इस्लामी और जिहादी संगठनों के अलावा नरमपंथी विद्रोही सरकारी सेना के खिलाफ लड़ रहे हैं. पर्यवेक्षकों को डर है कि लड़ाई में रूस के शामिल होने के बाद सीरिया सरकारी इलाके के अलावा आईएस जिहादियों और पश्चिम समर्थित विद्रोहियों के बीच तीन हिस्सों में बंट सकता है.
ऑडियो संदेश में आईएस ने अपने विरोधियों के खिलाफ युद्धक रवैया अपनाया है. इसमें कहा गया है कि इस्लामिक स्टेट उनका इंतजार युद्ध क्षेत्र में कर रहा है. इसके अलावा जिहादी संगठन ने अपने दूसरे महत्वपूर्ण नेता हाजी मुतास की मौत की पुष्टि की है. अमेरिका ने दो महीने पहले कहा था कि मुतास इराक में एक हवाई हमले में मारा गया है. उसे आईएस के मुखिया अबु बकर अल बगदादी का अहम सहायक माना जाता था और वह इराक के लिए जिम्मेदार था. आईएस के लिए यह गंभीर क्षति है. रविवार को इराकी सेना ने अल बगदादी के काफिले पर हमले की बात कही थी.
अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने राजनीतिक समाधान को सीरिया के लिए एकमात्र वैध नतीजा बताया है. दूसरी ओर सीरिया में आईएस विरोधी देशों के हवाई हमलों में तेजी के कारण अमेरिका और रूस के प्रतिनिधि एक दूसरे से बात करेंगे. अमेरिका के रक्षा मंत्री एश्टन कार्टर ने कहा है कि बुधवार को दोनों देशों के कमांडरों की बातचीत में यह तय किया जाएगा कि दोनों देशों की वायु सेना एक दूसरे से न टकराए. कार्टर ने रूस से सीरिया में पेशेवर ढंग से पेश आने और सुरक्षा कदमों का पालन करने की मांग की है. कार्टर ने कहा कि सीरिया नीति पर भले ही अमेरिका और रूस में मतभेद हों , लेकिन इस बात की गारंटी होनी चाहिए कि वायुसैनिक सुरक्षित रहें.
रूस सितंबर के अंत से सीरिया में अपने अनुसार आतंकवादियों को पीछे धकेलने के लिए बमबारी कर रहा है. लेकिन अमेरिका का मॉस्को पर आरोप है कि वह सीरिया के शासक बशर अल असद की मदद के लिए प्रमुख रूप से पश्चिमी देशों द्वारा विद्रोहियों को निशाना बना रहा है. अमेरिकी नेतृत्व वाला गठबंधन एक साल से आईएस के ठिकानों पर बमबारी कर रहा है.
रूस का आरोप है कि अमेरिका उसके साथ खुफिया सूचनाओं को बांटने से इंकार कर रहा है और सहयोग नहीं करना चाहता है.
एमजे/आरआर (डीपीए, एएफपी)