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ईयू ने गिलानी को झटका दिया

१५ मई २०११

यूरोपीय संघ के एक प्रतिनिधि मंडल ने भारत के हिस्से वाले कश्मीर में हुर्रियत कान्फ्रेंस के नेता सैयद अली शाह गिलानी से मिलने से इनकार कर दिया. गिलानी ने आतंकवादी ओसामा बिन लादेन के लिए शोक सभा आयोजित की थी.

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Der Vorsitzende der Hurriyat Conference Syed Ali Shah Geelani aus Kashmir bei einer Anti-Wahlkampagne
सैयद अली शाह गिलानीतस्वीर: UNI

प्रतिनिधि मंडल की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, "सैयद अली शाह गिलानी से 14 मई को मिलने का वक्त तय था. लेकिन ताजा घटनाक्रम को देखते हुए यूरोपीय संघ के प्रतिनिधि मंडल को लगता है कि उनसे मुलाकात करना सही नहीं होगा."

यूरोपीय संघ का यह प्रतिनिधि मंडल चार दिन के कश्मीर के दौरे पर था. वहां उसने कई कश्मीरी नेताओं से मुलाकात की. हालांकि गिलानी से मुलाकात रद्द करने के फैसले की कोई वजह नहीं बताई गई है लेकिन माना जाता है कि 6 मई को बिन लादेन की शोक सभा आयोजित करना ही गिलानी को महंगा पड़ा.

Activists of breakaway Hurriyat Conference (HC) raising slogans against the re- arrest of chiarman Syed Ali Shah Geelani and demanding immediate release of separatist leaders detained in different jails, at Abi-Guzar in Srinagar on Friday 17 July 2009
तस्वीर: UNI

यूरोपीय संघ ने कश्मीर बार एसोसिएशन के सदस्यों से मिलने से भी इनकार कर दिया है. ओसामा बिन लादेन के लिए शोक सभा बुलाने पर काफी कड़ी प्रतिक्रिया हुई थी. गिलानी के अलावा बार एसोसिएशन के सदस्य ही इसमें शामिल हुए थे.

प्रतिनिधि मंडल के फैसले पर हुर्रियत कान्फ्रेंस के गिलानी धड़े ने भी नाराजगी जताई है. हुर्रियत प्रवक्ता अयाज अकबर ने कहा, "मुलाकात रद्द करके प्रतिनिधि मंडल ने कश्मीर के बहुसंख्यक लोगों की इच्छा का अपमान किया है. हमने यह साफ कर दिया है कि ओसामा के काम करने के तरीके से हमारे मतभेद हो सकते हैं लेकिन उसके शव का अपमान मानवाधिकारों का उल्लंघन है. हम उम्मीद कर रहे थे कि खुद को मानवाधिकारों का सरमायेदार बताने वाला यूरोपीय संघ भी इसके लिए आवाज उठाएगा."

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः एन रंजन

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