ईरान ने दी तीसरे विश्व युद्ध की चेतावनी
२४ सितम्बर २०१२संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से एक दिन पहले ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के ब्रिगेडियर जनरल आमिर अली हाजिजादेह ने कहा है कि 'अगर उसे और भड़काया गया तो उनका देश इस्राएल पर हमला कर देगा.' यह संदेश ईरान के सरकारी टीवी चैनल अल अलम पर रविवार को दिखाया गया. "ईरान खुद कोई युद्ध नहीं शुरू करेगा लेकिन अगर उसे पक्का पता चला कि दुश्मन उस पर हमले की तैयारी कर रहा है तो वह पहले हमला जरूर करेगा." हाजिजादेह के मुताबिक इस्राएली हमले से 'तीसरा विश्व युद्ध शुरू हो सकता है.'
"हमारा जवाब उनकी आशंका से ज्यादा होगा. हमारी मिसाइलों की क्षमता के बारे में उनका अंदाजा गलत है. हमारा जवाब सिर्फ मिसाइल नहीं होगा. हम सोच नहीं सकते कि यहूदी सरकार अमेरिका की सहायता के बिना युद्ध कर सकती है. इसलिए ऐसी स्थिति में हम दोनों के खिलाफ लड़ेंगे और निश्चित ही अमेरिकी ठिकानों के खिलाफ भी."
पिछले कुछ हफ्तों में इस्राएल के प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू ईरान पर हमले की आशंका जताते रहे हैं. उनका ध्यान ईरान की कथित परमाणु क्षमताओं और उससे इस्रायल को होने वाले खतरे से है. दो सप्ताह पहले उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से साफ करने को कहा था कि वह किस मोड़ पर इस विवाद में दखल देंगे. ओबामा ने इसके बारे में कोई जवाब देने से इनकार कर दिया.
अंतरराष्ट्रीय निंदा
उधर संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने ईरानी राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद से मुलाकात की. उन्होंने सीरिया में जारी युद्ध से लेकर इस्लाम विरोधी फिल्म तक सभी विषयों पर चर्चा की. उन्होंने इस्राएल के प्रति ईरान के उकसाऊ बयानों की आलोचना की. बान ने कहा कि शांति कायम करने की कोशिशों के बीच 'इस तरह के बयान, सवाल जवाब और मध्य पूर्व के देशों से धमकियों का असर नुकसानदायक होगा.'
बान ने कहा कि ईरान को अपने शांतिपूर्ण उद्देश्यों वाले परमाणु कार्यक्रम के बारे में अंतरराष्ट्रीय विश्वास बनाने के लिए कदम उठाने ही चाहिए.
वहीं विदेशी राजनयिकों के मुताबिक तीन देशों ने मांग की है कि यूरोपीय संघ ईरान पर प्रतिबंध और कड़े करे. समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबित पिछले सप्ताह एक पत्र में यूरोपीय विदेश नीति प्रमुख कैथरीन एश्टन, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी ने ईरान पर सख्त पाबंदी लगाने की मांग की थी.
हालांकि ईरान दावा करता है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है लेकिन इस्राएल सहित पश्चिमी देशों के मुताबिक ईरान इस आड़ में परमाणु हथियार विकसित कर रहा है.
एएम/एनआर (डीपीए, एएफपी)