उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया से संबंध तोड़े, तनाव चरम पर
२६ मई २०१०उत्तर कोरिया की न्यूज एजेंसी केसीएनए ने कहा, "दक्षिण कोरिया के साथ आपसी संबंधों पर पूरी तरह रोक लगाने के लिए कड़े कदमों को उठाया जाएगा. आक्रामकता से परहेज करने पर हुए समझौते को भंग किया जाएगा. साथ ही दक्षिण और उत्तर कोरिया के बीच आपसी सहयोग को समाप्त कर दिया जाएगा." उत्तर कोरिया ने कायसौंग इंडस्ट्रीयल पार्क से कर्मचारियों को बर्खास्त करने की भी बात कही है. यह पार्क उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच साझेदारी का प्रतीक है.
उत्तर कोरिया ने धमकी के अंदाज में कहा कि अगर दक्षिण कोरिया विवादित जल सीमा को पार कर उसके जलक्षेत्र में घुसता है तो उत्तर कोरिया अपने इलाके की रक्षा के लिए सैन्य कदम उठाएगा. दक्षिण कोरिया की सरकार को उत्तर कोरिया ने ''मिलिट्री गैंगस्टर'' की संज्ञा दी है जो युद्ध के बुखार से तप रही है. अंतरराष्ट्रीय जांच टीम ने अपनी रिपोर्ट में पिछले हफ्ते निष्कर्ष निकाला कि दक्षिण कोरिया का युद्धपोत उत्तर कोरिया के टॉरपीडो हमले से ही डूबा. इस साल मार्च में हुए हमले में दक्षिण कोरिया के 46 नौसैनिक मारे गए थे.
सोमवार को दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली म्यूंग बाक ने उत्तर कोरिया के साथ व्यापार संबंध तोड़ने और दक्षिण कोरिया के जलक्षेत्र में उत्तर कोरिया के जहाजों के आने पर पाबंदी की घोषणा की. राष्ट्रपति म्यूंग बाक ने इस मामले को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ले जाने की बात कही है. कोरियाई प्रायद्वीप में भड़के तनाव के बीच अन्य देश भी मैदान में आ गए हैं. अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा है कि युद्धपोत डुबोए जाने का प्रभावी और सही जवाब देने के लिए अमेरिका और चीन को मिलकर काम करना होगा. अमेरिका ने इस मामले में उत्तर कोरिया की निंदा की है.
युद्धउन्मादी माहौल का असर दक्षिण कोरिया के वित्तीय बाजारों में देखने को मिला और इसके चलते निवेशकों में मची आपाधापी मच गई है. वित्तीय बाजार में मुख्य सूचकांक पिछले 15 हफ्तों में अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है. विश्लेषकों का मानना है कि विदेशी निवेशकों बिकवाली करने से ही बाजार में हलचल मची है. राजधानी सोल में आर्थिक मामलों के अधिकारियों की बुधवार को बैठक होने जा रही है जिसमें वित्तीय बाजार में स्थिरता लाने के लिए रणनीति बनाई जाएगी.
उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया ने 1950 से 1953 तक युद्ध लड़ा लेकिन औपचारिक रूप से युद्धविराम न होने के चलते तकनीकी रुप से दोनों देश आज भी युद्धरत हैं. दोनों देशों के बीच संबंध पिछले 6 दशकों में तनावग्रस्त ही रहे हैं लेकिन पिछले 8-9 सालों में यह पहली बार बेहद खराब होते दिख रहे हैं.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ओ सिंह