उत्तर कोरिया रॉकेट लॉन्च करने पर अड़ा
२७ मार्च २०१२उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने मंगलवार को राष्ट्रपति बराक ओबामा के रुख को टकराव कराने वाला करार दिया. प्रवक्ता ने कहा कि ओबामा का यह कहना कि लॉन्च उकसावा देगा 'उनके गलत विचारों' की वजह से है. ओबामा प्रशासन मानता है कि उत्तर कोरिया का रॉकेट लॉन्च के पर्दे में नाभिकीय मिसाइल विकास कार्यक्रम चला रहा है. उत्तर कोरियाई प्रवक्ता ने कहा है कि उनका देश रॉकेट लॉन्च करने के तय कार्यक्रम के साथ आगे बढ़ेगा. उत्तर कोरियाई प्रवक्ता ने इसे अपने संप्रभु देश का वैधानिक अधिकार और आर्थिक विकास के लिए बेहद जरूरी बताया है.
उत्तर कोरियाई प्रवक्ता ने तयतह भी कहा कि अगर ओबामा गंभीर है तो उन्हें, "डीपीआरके के रास्ते में खड़े होने के टकराव वाले रुख की बजाए देर से ही सही उन्हें बड़ा फैसला लेना चाहिए और मानना चाहिए कि डीपीआरके को भी उपग्रह छोड़ने का आधिकार है." उत्तर कोरिया खुद को डेमोक्रैटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया कहता है(डीपीआरके) कहता है. उत्तर कोरिया ने कहा दिया है कि वह उत्तर कोरियाई शासक किम इल सुंग के जन्म की 100वीं वर्षगांठ पर 15 अप्रैल को लंबी दूरी के रॉकेट के सहारे उपग्रह लॉन्च भेजेगा.
उत्तर कोरिया के रुख ने सोल में जारी दुनिया के प्रमुख देशों के 60 से ज्यादा नेताओं की मौजूदगी में चल रहे परमाणु सुरक्षा सम्मेलन को अपनी चपेट में ले लिया है. आधिकारिक एजेंडे में न होने के बावजूद दुनिया के नेताओं के बीच इसी मुद्दे पर चर्चा हो रही है. अमेरिका उत्तर कोरिया के लिए खाद्य सहायता दे कर परमाणु कार्यक्रम को स्थगित कराने की दिशा में आगे बढ़ा और इसे बड़ी कामयाबी समझा गया .अचानक 11 दिन पहले उत्तर कोरिया ने लंबी दूरी के रॉकेट लॉन्च का एलान कर बातचीत का रुख ही पलट दिया.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने सोल में उत्तर कोरिया से आग्रह किया कि वो अपने रॉकेट लॉन्च के कार्यक्रम को रद्द कर दे क्योंकि इससे अमेरिका और उसके बीच होने वाले खाद्य समझौते पर बुरा असर पड़ सकता है. उधर दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ली म्युंग बाक की सरकार ने चेतावनी दी है कि अगर इस रॉकेट ने दक्षिण कोरियाई वायु सीमा का उल्लंघन किया तो वह रॉकेट को अपना निशाना बना सकता है.
रिपोर्टः एपी/एन रंजन
संपादनः आभा मोंढे