उत्तर प्रदेश में 10 लोगों को जिंदा जलाया
१२ मार्च २०११पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) बृजलाल ने बताया कि महाराजगंज जिले के डिगाही गांव में जमीन विवाद के चलते अयोध्या दुबे, द्वारका दुबे, कृष्णा मुरारी, धीरेंद्र कुमार दुबे और कुछ अन्य लोगों ने शुक्रवार सुबह दीना नाथ सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी. हत्या के बाद पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचने के बाद कुछ आरोपियों को हिरासत में ले लिया. हालांकि गिरफ्तारी के दौरान दीना नाथ के समर्थकों ने इसका विरोध किया.
रिपोर्टों के मुताबिक पुलिस के मौका ए वारदात से रवाना होने के बाद दीना नाथ के समर्थकों ने द्वारका दुबे और अयोध्या दुबे के घरों को आग लगा दी जिसमें पांच बच्चे, दो पुरुष और तीन महिलाएं बुरी तरह झुलस गईं. जलने और दम घुटने की वजह से सभी की मौत हो गई. पुलिस ने जब हालात पर काबू पाने की कोशिश की तो उसे गांव में घुसने से रोका गया और स्थानीय लोगों ने सिपाहियों पर पथराव किया.
घटना की तह में जमीन का विवाद छिपा है. पुलिस ने बताया कि दीना नाथ ने कुछ लोगों के साथ मिलकर एक प्लॉट खरीदा जो दुबे परिवार के पास था. इस मामले में अदालत में तीन केस भी चल रहे थे. जब दीना नाथ ने प्लॉट पर अपना हक जताया तो दुबे के परिवार ने उन्हें हिस्सा देने से मना कर दिया.
डीजीपी बृजलाल के मुताबिक पुलिस ने ऐहतियाती कदम उठाते हुए 6 मार्च को दोनों पक्षों को बुलाया लेकिन उन्होंने मामले का निपटारा करने से इनकार कर दिया. इसके बाद मामले ने गंभीर रूप धारण कर लिया. पहले दीना नाथ की हत्या कर दी गई और फिर बदला लेने के लिए द्वारका और अयोध्या दुबे के परिवारजनों को जिंदा जला दिया गया.
गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस को तैनात किया गया है और पीएसी के जवानों को भी तैयार रखा गया है. पुलिस अधीक्षक डीके शेखर ने कहा है कि चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उनसे इस मामले में पूछताछ हो रही है. 40 लोगों को आगजनी के आरोप में हिरासत में लिया गया है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: आभा एम