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एक गोत्र की शादियों पर हुड्डा का बयान निजीः कांग्रेस

५ जून २०१०

कांग्रेस ने हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा के इस बयान पर ज्यादा तवज्जो नहीं दी है कि वह एक गोत्र में शादी के खिलाफ हैं. कांग्रेस के मुताबिक यह निजी राय है और वह किसी भी तरह की हिंसा का समर्थन नहीं करते.

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हुड्डा के बयान पर कांग्रेस की सफाईतस्वीर: AP

कांग्रेस के प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, "उन्होंने कहा है कि यह उनकी निजी राय है और किसी भी तरह इसका यह मतलब नहीं है कि वह किसी तरह की हिंसा या गैर कानूनी काम का समर्थन करते हैं. किसी भी व्यक्ति को शादी के बारे में अपनी राय जाहिर करने का अधिकार है." इससे पहले हुड्डा ने रोहतक में कहा, "मेरी राय में एक गोत्र में शादी ठीक नहीं है." उन्होंने यह भी कहा कि खाप पंचायतें कानून के मुताबिक शादी से जुड़े झगड़ों को सुलझाने का काम करती रहेंगी.

एक ही गोत्र में शादी पर कांग्रेस का रुख पूछे जाने पर सिंघवी ने कहा कि साफ तौर पर पार्टी की राय है कि इस तरह के निजी मामलों में किसी भी तरह की हिंसा के लिए जगह नहीं होनी चाहिए. सिंघवी ने कांग्रेस को निशाना बनाकर दिए गए एनसीपी नेता और कृषि मंत्री शरद पवार के बयान को भी ज्यादा अहमियत नहीं दी है. पवार ने कहा कि "धर्मनिरपेक्ष" पार्टियां यह मानकर अल्पसंख्यकों को हल्के में न लें कि उनके पास इन पार्टियां का समर्थन करने के सिवाय कोई रास्ता नहीं है.

एक कार्यक्रम के दौरान पवार ने कहा, "अल्पसंख्यकों का कल्याण एक लंबी प्रक्रिया है. लेकिन कम से कम हमें शुरुआत तो करनी चाहिए. एनसीपी उसी दिशा में काम कर रही है. कुछ बड़ी पार्टियां अल्पसंख्यकों को हल्के में लेती हैं. हम यह नहीं दावा नहीं करते कि हम बड़ी पार्टी हैं और हमारे पास 150 साल का अनुभव है." सिंघवी ने इसे कांग्रेस पर हमला मानने से इनकार कर दिया. उनके मुताबिक पवार और एनसीपी के महासचिव डीपी त्रिपाठी, दोनों ने स्पष्ट किया है कि उनका इशारा कांग्रेस की तरफ नहीं था और न वे कांग्रेस की आलोचना करना चाहते हैं.

जब सिंघवी से पूछा गया कि पार्टी अल्पसंख्यकों की बेहतरी की सिफारिश करने वाली रंगनाथ आयोग की रिपोर्ट पर क्यों सोई हुई है, तो उन्होंने कहा, "इस पर सोने का कोई सवाल नहीं है. कांग्रेस ने शुरुआत कर दी है लेकिन इतने बड़े फैसले एक पल में नहीं हो जाते."

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः एस गौड़