एमएच17 क्रैश पर प्रारंभिक डच रिपोर्ट
जांचकर्ताओं के मुताबिक दुर्घटना के समय मलेशियाई एयरलाइंस का प्लेन करीब 10 हजार मीटर की ऊंचाई पर उड़ रहा था. कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर अचानक बंद हो गया, कोई आपात सिग्नल नहीं दिया गया.
रिपोर्ट में लिखा है कि कॉकपिट वाले इलाके की जांच से लगता है कि उच्च ऊर्जा वाली कई चीजें वहां बाहर से टकराई हैं. इसका कोई सबूत नहीं मिला कि क्रैश तकनीकी गड़बड़ी या इंसानी गलती के कारण हुआ.
डच जांचकर्ताओं को दुर्घटनास्थल पर नहीं जाने दिया गया क्योंकि यह संघर्ष ग्रस्त इलाका है. उन्हें सिर्फ यूक्रेन के क्रैश विशेषज्ञों से सूचना मिली. 298 में से सिर्फ 193 लोगों की ही पहचान की जा सकी है.
प्लेन के ब्लैक बॉक्स की जांच हवाई दुर्घटना जांच शाखा फार्नबरो, ब्रिटेन में की गई. मलबे की तस्वीरों से पता चलता है कि छेद के आस पास की बॉडी जितनी विकृत हुई है, वह सिर्फ उच्च ऊर्जा वाली चीजों से ही हो सकती है.
रिपोर्ट के शुरुआती विश्लेषण ब्लैक बॉक्स की मदद से किए गए. इनमें सैटेलाइट और रडार सूचना, पिक्चर और वीडियो शामिल हैं. यूक्रेन के एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने ये डाटा मुहैया करवाया.
जांचकर्ताओं ने बताया कि क्रैश के बारे में पूरी रिपोर्ट 2015 के मध्य तक आ सकेगी. यूक्रेन में अप्रैल में शुरू हुए संघर्ष के समय से विमान हादसे में मारे गए लोगों को मिला कर मृतकों की संख्या 3,000 हो गई है.
नारंगी कलर के दो ब्लैक बॉक्स प्लेन में लगे होते हैं. ये रिकॉर्डिंग डिवाइस होते हैं. यह उड़ान का डाटा और कॉकपिट की पूरी बातचीत रिकॉर्ड करते हैं. हर प्लेन में दो ब्लैक बॉक्स होना जरूरी है.
एक ब्लैक बॉक्स वॉयस रिकॉर्डर होता है जिसमें कॉकपिट की सारी बातें रिकॉर्ड होती हैं, जबकि दूसरे में उड़ान का सारा डाटा सेव होता है.