एमएच17 पर हमला 'युद्ध अपराध'
२८ जुलाई २०१४यूएन की मानवाधिकार आयुक्त नवी पिल्लई ने मलेशियाई विमान को मार गिराने की निंदा की और दुर्घटना की "संपूर्ण, स्वतंत्र, निष्पक्ष और प्रभावी जांच" की मांग की. उन्होंने कहा कि वर्तमान हालात को देखते हुए विमान को मार गिराना युद्ध अपराध कहला सकता है, "जो कोई अंतरराष्ट्रीय कानून को तोड़ रहा है, युद्ध अपराध को बढ़ावा दे रहा है, उसे सजा दिलाने की हर कोशिश की जाएगी."
पिछले हफ्ते राहत संगठन रेड क्रॉस ने कहा कि यूक्रेन में गृह युद्ध जैसी स्थिति है. ऐसे में लड़ाई में शामिल पक्षों के खिलाफ युद्ध अपराध से संबंधित आरोप लगाए जा सकते हैं. संयुक्त राष्ट्र के नए आंकड़ों के मुताबिक 1,100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. सोमवार को जारी हुई रिपोर्ट में संयुक्त राष्ट्र ने कहा, "26 जुलाई को मिले आंकड़ों के मुताबिक कम से कम 1,112 लोगों की मौत हो चुकी है और 3,442 घायल हुए हैं."
जून तक के आंकड़ों के मुताबिक 356 लोग मारे गए थे. पिल्लई के मुताबिक इसकी वजह है डोनेस्क और लूगांस्क इलाके में हो रही लड़ाई, जिसमें सरकारी सैनिक और विद्रोही भारी हथियारों के साथ टैंकों, रॉकेट और मिसाइलों का इस्तेमाल कर रहे हैं. पिल्लई ने कहा कि दोनों पक्षों को आम जनता की जिंदगी का ख्याल रखना होगा.
इस बीच पूर्वी यूक्रेन के युद्धग्रस्त इलाकों से करीब एक लाख लोग घर छोड़ कर भाग गए हैं. संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में दर्ज किया गया है कि विद्रोही "आंतक की सरकार" चला रहे हैं. वह आम लोगों को परेशान कर रहे हैं, उन्हें डरा धमका और मार रहे हैं.
पिल्लई ने कहा, "मैं सारे पक्षों से अपील करती हूं कि वह बंदूक राज को खत्म करे और कानून और मानवाधिकार का सम्मान करे."
एमजी/एजेए (डीपीए, एपी)