एयर फ्रांस का दूसरा ब्लैक बॉक्स मिला
३ मई २०११मंगलवार को विमान का दूसरा ब्लैक बॉक्स भी समंदर की गहराई की निकाल लिया गया. नारंगी रंग के ब्लैक बॉक्स में कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर है. कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में हादसे से ठीक पहले पॉयलटों की आपसी बातचीत की रिकॉर्डिंग होती है. हवाई हादसों की जांच करने वाली फ्रांसीसी एजेंसी बीईए के एक अधिकारी ने बताया, ''जांचकर्ताओं ने कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर खोज लिया है.''
इससे पहले रविवार को विमान का फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर मिला. फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर में विमान की गति, ऊंचाई, उतार-चढ़ाव और अन्य जानकारियां होती हैं.
एयर फ्रांस का विमान 31 मई 2009 को ब्राजील के शहर रियो दे जनेरो से पैरिस के लिए निकला. लेकिन घंटे भर के भीतर ही अटलांटिक महासागर के ऊपर विमान रहस्यमयी ढंग से क्रैश हो गया. एयरबस 330-203 विमान में सवार सभी यात्रियों और चालक दल के सदस्यों की मौत हो गई.
दुर्घटना के बाद विमान का कुछ मलबा और 50 यात्रियों के शव समंदर से मिले. इसके अलावा जांचकर्ताओं को हादसे की गुत्थी सुलझाने के लिए कोई बड़ा सुराग नहीं मिला. लेकिन बीते दो दिन में खोजकर्ताओं को सफलता मिली है. खोज अभियान में दो साल का वक्त और चार करोड़ डॉलर से ज्यादा पैसा खर्च हुआ.
हादसा कैसे हुआ, इसे लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जाती रही हैं. एयर फ्रांस का आरोप है कि एयरबस के विमान के स्पीड सेंसरों में गड़बड़ी थी. इसके चलते पायलटों को विमान की गति का सही अंदाजा नहीं लग पाया. हादसे के दिन अटलांटिक महासागर के ऊपर अचानक कुछ देर के लिए मौसम भी काफी खराब रहा. वहीं विमान बनाने वाली कंपनी एयरबस का कहना है कि जहाज में कोई तकनीकी समस्या नहीं थी.
फ्रांस की एक अदालत में एयरबस और एयर फ्रांस पर नरसंहार के आरोप लगाए गए है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: ए कुमार