एशिया में हैयान तूफान का कहर
८ नवम्बर २०१३फिलीपींस के समर द्वीप के तटीय हिस्सों में इस तूफान की वजह से भारी नुकसान पहुंचा है, जो राजधानी मनीला से करीब 600 किलोमीटर दूर है. शुक्रवार तड़के यहां लगभग 315 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं. देश के रेड क्रॉस प्रमुख ग्वेनडोलिन पांग ने कहा, "हमें पेड़ उखड़ने की रिपोर्टें मिली हैं. बहुत तेज हवाएं चल रही हैं. हल्के घरों को काफी नुकसान पहुंचा है."
सरकार का कहना है कि तीन लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है, जबकि एक व्यक्ति लापता है. हालांकि अधिकारियों का कहना है कि उन्हें दूर दराज के इलाकों में संपर्क करने का मौका नहीं मिला है और हो सकता है कि मरने वालों की संख्या में इजाफा हो. शुक्रवार देर शाम तक ही हैयान तूफान फिलीपींस से बाहर जा सकता है.
समर द्वीप के बोरोंगान शहर से एक 19 साल के छात्र जेस्से अलजीबे ने फोन पर बताया, "हवाएं इतनी तेज थीं कि इससे मेरे घर के आस पास केले की पूरी खेती तहस नहस हो गई." बाद में इस इलाके के सभी टेलीफोन संपर्क टूट गए.
तूफान गुजरने का इंतजार
रेड क्रॉस के अधिकारी पांग ने बताया, "हमने राहत और बचाव दलों को अलग अलग जगहों पर तैनात किया है. फिलहाल हम खास कुछ नहीं कर सकते क्योंकि भारी बारिश हो रही है और तेज हवाएं चल रही हैं. बिजली भी नहीं है." फिलीपींस में हर साल लगभग 20 तूफान आते हैं, जिनमें से कई बेहद खतरनाक होते हैं. इस देश को ज्यादा नुकसान इसलिए होता है क्योंकि यह समुद्र के किनारे उस हिस्से पर बसा है, जहां से तूफान आबादी वाले इलाके से टकराता है. पिछले साल बोफा तूफान की वजह से यहां 2000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी.
हैयान की हवाओं की रफ्तार इतनी तेज है कि यह दुनिया के चार सबसे सशक्त तूफानों में शामिल हो गया है. अमेरिका के वेदर अंडरग्राउंड के निदेशक जेफ मास्टर्स के मुताबिक इतनी हवाएं सबसे तीव्र रफ्तार से चल रही हैं. शुक्रवार को इसकी वजह से 379 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलीं. मास्टर्स का कहना है कि इससे पहले 1969 के कमीले तूफान की रफ्तार सबसे तेज थी, जो अमेरिका के मिसिसीपी में आया था और जिसकी रफ्तार करीब 305 किलोमीटर प्रति घंटा थी. अमेरिकी विशेषज्ञों का कहना है कि इसकी वजह से मछुआरों के शहर गुइयां में भारी नुकसान हो सकता है. 40,000 आबादी वाले इस शहर का संपर्क बाकी क्षेत्रों से कट चुका है.
हैयान तूफान की वजह से लगभग सवा लाख लोगों को सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया गया है. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक लाखों लोग अपने घर में ही हैं और उन्होंने बाहर नहीं निकलने का फैसला किया है. अधिकारियों ने बताया कि स्कूलों को बंद कर दिया गया है और फेरी सेवा भी फिलहाल रोक दी गई है.
हैयान जिन रास्तों से होकर गुजरेगा, उनमें बोहोल का इलाका भी है, जहां पिछले महीने जबरदस्त भूकंप आया था. इसमें 222 लोगों की मौत हो गई थी. 5000 लोग अब भी तंबुओं में रह रहे हैं. अंदेशा इस बात का है कि अगर तूफान इधर से गुजरेगा, तो तेज हवाएं तंबुओं को तहस नहस कर सकती हैं.
एजेए/एएम (एएफपी)