ऐतिहासिक टेस्ट के लिए बस चंद घंटे
२० जुलाई २०११आंकड़ों पर नजर रखने वालों के लिए यह टेस्ट मैच बहुत ही महत्वपूर्ण है, जिसमें दुनिया की पहले नंबर की टेस्ट टीम भारत तीसरे नंबर वाली इंग्लैंड से भिड़ेगी. क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स में होने की वजह से यह टेस्ट और भी दिलचस्प हो गया है. सचिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 99 शतक लगा चुके हैं. अगर उन्होंने सेंचुरी जड़ दी तो फिर मजा दोगुना.
आंकड़ों का मजा
लेकिन आंकड़ों से बाहर शुद्ध क्रिकेट नजरिए से भी मैच बेहद अहम साबित होने जा रहा है. टेस्ट खेलने वाली दो सबसे मजबूत टीमों में मुकाबला है. एक तरफ सबको पछाड़ कर सिंहासन पर बैठी भारतीय टीम है, तो दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया को ऑस्ट्रेलिया में धूल चटा कर ऐशेज जीतने वाली इंग्लैंड की टीम. और सबसे बड़ा खिलाड़ी मौसम साबित हो सकता है. लंदन में मौसम का पूर्वानुमान है कि सभी पांचों दिन लॉर्ड्स पर बारिश हो सकती है. अगर ऐसा हुआ, तो सारे आंकड़े धरे रह जाएंगे.
भारत चार मैचों की सीरीज में अपनी नंबर वन की पदवी बनाए रखने की पूरी कोशिश करेगा लेकिन एंड्रयू स्ट्रॉस जानते हैं कि अगर किसी तरह भारत को दो मैचों के अंतर से हरा दिया जाए तो भारत को पहला नंबर छोड़ना होगा. इंग्लैंड ने घरेलू पिच पर खेली अपनी पिछली पांच सीरीज नहीं गंवाई है.
बुरा अभ्यास मैच
भारत ने अभ्यास मैच में बुरा प्रदर्शन किया है और सुरेश रैना को छोड़ कर कोई भी बल्लेबाज नहीं चल पाया है. कागज पर भारतीय बैटिंग दुनिया में किसी पर भी भारी पड़ सकती है. इसमें सचिन तेंदुलकर, गौतम गंभीर, राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण जैसे नाम हैं. सचिन, द्रविड़ और लक्ष्मण ने मिल कर टेस्ट क्रिकेट में 35000 से ज्यादा रन बनाए हैं और इंग्लैंड आक्रमण को सबसे ज्यादा खतरा इसी तिकड़ी से रहेगा.
भारत छह दिसंबर, 2009 को टेस्ट क्रिकेट का सरताज बना है और इसके बाद के 15 टेस्ट मैचों में सचिन ने 1722 रन बनाए हैं. लेकिन जहां तक दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ग्राउंड लॉर्ड्स का सवाल है, सचिन कभी भी यहां अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं और यहां उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर सिर्फ 37 रन है. उन्होंने इस साल जनवरी के बाद से कोई टेस्ट नहीं खेला है और उन्हें सिर्फ अपने नहीं, बल्कि अपनी टीम के लिए भी बहुत कुछ करना है.
जहां तक इंग्लैंड के मजबूत गेंदबाजी आक्रमण का सवाल है, भारत के लिए मुश्किल यह है कि सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग टीम में नहीं हैं और उसे अभिनव मुकुंद और गौतम गंभीर की जोड़ी से काम चलाना है. मुकुंद ने वेस्ट इंडीज दौरे पर कोई बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है.
रिपोर्टः पीटीआई/ए जमाल
संपादनः आभा एम