ऑस्ट्रेलिया ने कनाडा को सात विकेट से हराया
१६ मार्च २०११कनाडा ने ऑस्ट्रेलिया को 212 रन का लक्ष्य दिया था, जिसे ऑस्ट्रेलिया ने 34.5 ओवर में तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया. सलामी बल्लेबाज शेन वॉटसन और ब्रेड हैडिन ने पहले विकेट के लिए 28.5 ओवर में 183 रन जोड़े. हैडिन 84 गेंदों पर 11 चौके और दो छक्के लगाने के बाद आउट हुए. इसके बाद वॉटसन भी आउट हो गए. वह बदकिस्मत रहे और अपने शतक से केवल छह रन दूर रहकर आउट हो गए. उन्होंने 90 गेंदों पर नौ चौकों और चार छक्कों की सहायता से 94 रन की पारी खेली. रिकी पोंटिंग 15 गेंदों का सामना करने के बाद केवल सात रन बना पाए.
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी कनाडा टीम ने हालांकि शुरुआत अच्छी की थी. सलामी बल्लेबाज हीरल पटेल ने केवल 45 गेंदों पर पांच चौकों और तीन छक्कों के साथ तेज तर्रार 54 रन बनाए. जुबीन सुरकारी (34) और कप्तान आशीष बगाई (39) ने भी उल्लेखनीय योगदान दिए.
इन तीनों बल्लेबाजों के आउट होने के बाद कनाडा की पारी ताश के पत्तों की तरह ढह गई. कनाडा का स्कोर एक समय 28 ओवर में दो विकेट पर 150 रन था, लेकिन इसके बाद 45.4 ओवरों में 211 रन बनाकर पूरी टीम पैवेलियन लौट गई.
ब्रेट ली ने 46 रन देकर चार विकेट लिए. शान टैट और जेसन क्रेजा ने दो दो विकेट लिए. मिशेल जॉनसन और शेन वॉटसन ने एक एक खिलाड़ी को आउट किया.
ऑस्ट्रेलिया इस वर्ल्ड कप में एक भी मैच न हारने वाली इकलौती टीम है और इस जीत के साथ ही वर्ल्ड कप में उसने लगातार 34वीं जीत हासिल की. ऑस्ट्रेलिया लगातार तीन बार से वनडे वर्ल्ड कप जीतता आ रहा है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एस खान
संपादनः ए जमाल