ऑस्ट्रेलियाः बाढ़ के कारण जहरीले सांप घरों में
४ जनवरी २०११जर्मनी और फ्रांस जितना बड़ा हिस्सा पानी में डूबा है. क्वींसलैंड के सबसे बड़े राजमार्ग कैप्रिकॉर्न हाईवे पानी में डूबने के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. यही राजमार्ग क्वींसलैंड को दूसरे बड़े शहरों से जोड़ता है.
बाढ़ वाले हिस्से में लोगों को कार चलाने से मना कर दिया गया है क्योंकि एक आदमी की पानी में डूबने से मौत हो गई. बाढ़ ने क्वींसलैंड की सभी कोयला खदानों में काम रोक दिया है. ऑस्ट्रेलिया से सबसे ज्यादा कोयला क्वींसलैंड की खदानों से निर्यात किया जाता है.
77 हजार की जनसंख्या वाले रॉकहैंप्टन में नाव के अलावा किसी और तरीके से पहुंचा ही नहीं जा सकता. राहत कर्मचारियों ने अस्पताल से मरीजों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया जबकि पुलिसकर्मी निवासियों को इस बात के लिए मनाते रहे कि वह घर छोड़ दें. लोगों को डर है कि घर छोड़ देने पर वह सुरक्षित नहीं बचेगा.
क्वींसलैंड में कई तरह के सांप पाए जाते हैं जिनमें सबसे जहरीली प्रजातियां भी शामिल हैं. बहुत संभव है कि तैरने में कमजोर इन सांपों ने घरों में सूखी जगह पर बसेरा किया हो. पुलिस का कहना है कि अक्सर पानी में सांप लोगों के पैरों के इर्द गिर्द रहते हैं जब वे पानी में चल रहे हों. जर्मन अखबारों ने खबर दी है कि कई लोगों ने घरों में जहरीले सांप देखे. एक आदमी ने सोमवार के दिन तीन सांपों को मारा जिनमें से एक सबसे जहरीला ताइपान सांप भी था.
रॉकहैंप्टन से करीब सौ किलोमीटर दक्षिण में ग्लैडस्टोन के एयरपोर्ट पर चिकित्सा के लिए शिविर लगाए गए हैं. बाढ़ के कारण ऑस्ट्रेलिया को एक अरब ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का नुकसान हुआ है और दो लाख लोगों को अपना सब कुछ छोड़ कर जाना पड़ा है. एंग्लो अमेरिकी रियो टिंटो कंपनी सहित कई कंपनियो ने कोयले के खनन को रोक दिया है. कोयला ऑस्ट्रेलिया का सबसे अहम निर्यात है इससे ऑस्ट्रेलिया को हर साल 55 अरब डॉलर का राजस्व मिलता है.
ऑस्ट्रेलिया की प्रधानमंत्री जूलिया गिलार्ड ने कहा कि इस बाढ़ से उबरने में लंबा समय लगेगा. "क्वींसलैंड में बाढ़ की भयावहता बहुत ज्यादा है और इससे उबरने के लिए सबको साथ मिलकर काम करना आवश्यक है. "
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः एस गौड़