ओबामा 2011 में पाकिस्तान जाएंगे
२१ अक्टूबर २०१०व्हाइट हाउस ने यह जानकारी अमेरिका आए पाकिस्तान के शिष्टमंडल को दी है. अमेरिका और पाकिस्तान के बीच हो रही सामरिक बातचीत में पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और सेना प्रमुख जनरल अशफाक परवेज कियानी शामिल हैं. व्हाइट हाउस ने बैठक के बाद एक बयान जारी कर कहा, "राष्ट्रपति ने साफ किया है कि वह अगले महीने एशिया की यात्रा के दौरान पाकिस्तान में रुकेंगे नहीं बल्कि 2011 में पाकिस्तान जाएंगे, और पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को वॉशिंगटन आमंत्रित करेंगे."
अमेरिका और पाकिस्तान के बीच सामरिक संवाद चल रहा है जो शुक्रवार को खत्म होगा.
समाचार एजेंसी एएफपी ने लिखा है कि पाकिस्तान ने राष्ट्रपति ओबामा के इस बयान का स्वागत किया है और कहा है कि ये दोनों देशों के बीच प्रतिबद्धता का संकेत हैं.
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने ब्रुकिंग्स संस्थान में भाषण के दौरान अमेरिका के साथ बातचीत को बहुत संतोषजनक करार दिया. "ये बात कि वह अगले साल पाकिस्तान आने के लिए राजी हो गए हैं और ये तथ्य कि उन्होंने पाकिस्तानी राष्ट्रपति को अमेरिका बुलाया है. इस स्तर पर दोनों देशों के बीच बातचीत हो रही है."
अमेरिका ये दिखाना चाहता है कि पाकिस्तान के साथ उसके संबंध सिर्फ अफगानिस्तान के कारण नहीं हैं बल्कि एक व्यापक स्तर पर दोनों देशों के बीच साझेदारी है. साथ ही वह भारत के साथ भी अपने संबंध मजबूत और विस्तृत करने में लगा हुआ है. कुरैशी ने माना कि दोनों देशों के बीच कई मुद्दे हैं जिन पर मतभेद बना हुआ है.
अमेरिकी कांग्रेस को दी गई ताजा रिपोर्ट में व्हाइट हाउस ने सीधे कहा कि पाकिस्तान को अमेरिकी आतंक विरोधी लड़ाई में तकलीफ हुई है लेकिन उन्हें कबायली इलाकों में आतंकियों को खत्म करने के लिए काफी कुछ करना चाहिए.
कुरैशी ने कहा कि आतंक विरोधी लड़ाई के बावजूद पाकिस्तान की संप्रभुता के मुद्दे पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः महेश झा