ओबामा के एक साल का रिपोर्ट कार्ड
५ नवम्बर २००९राष्ट्रपति चुने जाने के एक साल के बाद अब तक बराक ओबामा ने क्या कुछ खोया पाया है, इस पर तरह तरह के विचार व्यक्त किए जा रहे हैं. उनकी उपलब्धियों और विफलताओं का लेखाजोखा पेश किया जा रहा है. लेकिन शायद ओबामा के लिए जो एक सबक़ उभरकर सामने आया है, वह यह है कि राष्ट्रपति होना उतना आसान नहीं है, जितना जान पड़ता है.
पिछले सप्ताह के एक गैलप मत सर्वेक्षण के अनुसार ओबामा के इस पहले वर्ष की दूसरी और तीसरी तिमाही के बीच उनके कामकाज की लोकप्रियता 62 से घटकर 53 प्रतिशत पर आ गई. सीएनएन और ओपीनियन रिसर्च कार्पोरेशन के मंगलवार को जारी सर्वेक्षण के तहत ओबामा को 54 प्रतिशत मतदाताओं का समर्थन हासिल है, जबकि 45 प्रतिशत उनसे नाख़ुश हैं.
ओबामा की शुरू के सप्ताहों की आकाश छूती लोकप्रियता का टकराव दो युद्धों और स्वास्थ्य सेवा सुधार को लेकर जारी एक ऐसे संघर्ष की सच्चाइयों से हुआ है, जो अधिक कड़ा और एक हद तक भद्दा होता चला गया है.
2008 में ओबामा को ऐतिहासिक विजय दिलाने वाले निर्दलीय मतदाताओं ने मंगलवार को वर्जीनिया और न्यू जर्सी राज्यों के गवर्नरों की होड़ में रिपब्लिकनों को निश्चित जीत देकर जो संदेश दिया है, वह बेशक़ ओबामा और डेमोक्रेटों के लिए अच्छा संकेत नहीं जान पड़ता. ऐसे समय जबकि उनकी पार्टी अगले वर्ष कांग्रेस के अहम मध्यावधि चुनावों के लिए कमर कस रही है. वर्जीनिया में रिपब्लिकन बॉब मैक्डॉनल ने डेमोक्रेट क्रेग डीड्स को मात दी है. डीड्स के लिए ओबामा ने सरगर्मी से अभियान किया था. न्यू जर्सी में रिपब्लिकन क्रिस क्रिस्टी ने जॉन कोर्ज़ाइन पर तगड़ी जीत हासिल की है.
इस बीच, कांग्रेस की सीटों के लिए न्यूयॉर्क और कैलिफ़ोर्निया में दो डेमोक्रेटों की जीत शायद ओबामा की पार्टी को कुछ दिलासा देती हो. लेकिन दो प्रमुख राज्यों में मिली भारी पछाड़ एक कड़ी चेतावनी देती जान पड़ती है. ओबामा के प्रवक्ता रॉबर्ट गिब्स अधिक चिंतित नहीं दिखते. वह कहते हैं, " हम गवर्नरों की या कांग्रेस के लिए होड़ को अपने भावी विधायी प्रयासों या 2010 के राजनीतिक संभावनाओं के संकेत के रूप में नहीं देखते."
दूसरी ओर रिपब्लिकन पार्टी के अध्यक्ष माइकल स्टील अपनी पार्टी के बारे में सतर्कता के साथ आशावान हैं. वह कहते हैं , " हमें अभी काफ़ी काम करना है. हमारी पार्टी अमेरिकी जनता से फिर से निकट संबंध जोड़ रही है. हम छोटे व्यवसायों और परिवारों को प्रभावित करने वाले अनेक मुद्दों पर एक सामने रख रहे हैं."
ओबामा ने भी एक अलग दृष्टिकोण की बात कहकर जीत हासिल की थी. वह जीत केवल इसी कारण से ऐतिहासिक नहीं थी कि ओबामा देश के पहले अफ़्रीक़ी अमेरिकी राष्ट्रपति हैं, बल्कि राजनीति के संचालन में परिवर्तन के एक नए निष्पक्ष वॉशिंग्टन के उनके नारे के कारण. ज़ाहिर है इस समय ओबामा का परिवर्तन का नारा कारगर नहीं हो रहा है.
ओबामा के सहायकों और हिमायतियों का कहना है कि विशेष हितों की सरगर्मियां परिवर्तन के आड़े आती हैं. लेकिन ओबामा के आलोचकों का जवाब है कि वॉशिंगटन में लगातार जारी पार्टी गत राजनीति का कुछ दोष स्वयं ओबामा को झेलना चाहिए, जिनकी कार्यशैली वैसे मध्यपंथी की कम रही है, जैसे वह जान पड़ते थे. उसकी बजाय जैसाकि अनेक निर्दलीय मतदाताओं का कहना है ओबामा पुरानी शैली के अधिक उदारतावादी डेमोक्रेट जैसे अधिक दिखाई देने लगे हैं .
2010 के मध्यावधि चुनाव निकट आ रहे हैं. हैरत नहीं कि ओबामा के साथी और उनकी पार्टी चिंतित है.
रिपोर्टः गुलशन मधुर, वॉशिंगटन
संपादनः ए कुमार