ओवर दर ओवर...भारत यूं बना चैंपियन
२ अप्रैल २०११भारत ने श्रीलंका को छह विकेट से हराकर वर्ल्ड कप जीत लिया है. भारत को जीतने के लिए 275 रन बनाने थे. 49वें ओवर की तीसरी गेंद पर धोनी ने छक्का मारकर 277 रन बना डाले. भारत वर्ल्ड चैंपियन बन गया है.
42वें ओवर में
गंभीर शतक से चूके. 97 रन पर आउट. कॉमेंटेटर रवि शास्त्री के शब्दों में एक गैर जरूरी शॉट खेलकर गंभीर ने अपनी विकेट गंवा दी. भारत का स्कोर 42 ओवर के बाद 4 विकेट खोकर 227 रन.
40 ओवर बाद
धोनी ने अपनी फिफ्टी पूरी की और गंभीर अपने शतक के करीब पहुंचे. भारत का स्कोर तीन विकेट के नुकसान पर 221 रन.
32 ओवर बाद
धोनी और गंभीर जानते हैं कि उनकी जोड़ी पर इस मैच में भारत का भविष्य निर्भर है. इसलिए दोनों समझबूझ के साथ खेल रहे हैं. 32 ओवर बाद भारत का स्कोर तीन विकेट के नुकसान पर 165 रन. गंभीर 79 रन बना चुके हैं जबकि धोनी 23 के स्कोर पर हैं.
25 ओवर बाद
विराट कोहली भी लौट गए. उन्होंने 35 रन बनाए. 49 गेंदों पर चार चौके लगाकर पारी तो उन्होंने ठीकठाक खेली लेकिन दिलशान की एक गेंद ने सब खत्म कर दिया. 114 के स्कोर पर भारत का तीसरा विकेट गिरा. उसके बाद महेंद्र सिंह धोनी ने युवराज को भेजने के बजाय खुद आना बेहतर समझा. धोनी और गंभीर 25 ओवरों में स्कोर को 124 तक ले गए.
15 ओवर बाद
कोहली और गंभीर का संघर्ष जारी है. दोनों टिका टिका कर पारी बना रहे हैं ताकि बाद के बल्लेबाज मैच को जीत के साथ खत्म कर सकें. 15 ओवरों के बाद भारत का स्कोर दो विकेट के नुकसान पर 81 रन हो गया. गंभीर 40 और कोहली 19 पर पहुंच गए.
11 ओवर बाद
भारत ने अपने 50 रन पूरे कर लिए. गौतम गंभीर और विराट कोहली झटकों से टूटती भारतीय टीम को उबारने की कोशिश में लगे हैं. कोहली ने 8 और गंभीर ने 22 रन बनाए हैं.
सातवें ओवर में
सचिन तेंदुलकर 18 रन बनाकर आउट. विकेट लेने के बाद मलिंगा ने जिस तरह जश्न मनाते हुए दौड़ लगाई, जाहिर हो गया कि वे वर्ल्ड चैंपियन बनने से कितनी दूर हैं.
सचिन का विकेट गिरने पर भारत का स्कोर 2 विकेट खोकर 31 रन.
खराब शुरुआत
भारत के लिए वर्ल्ड कप फाइनल की इससे खराब शुरुआत नहीं हो सकती थी. मैच की दूसरी गेंद. स्कोर जीरो. और सहवाग आउट.
भारत को अब 275 रन सिर्फ 9 खिलाड़ियों के भरोसे बनाने हैं. क्योंकि वीरेंद्र सहवाग बिना कोई रन बनाए आउट हो गए हैं. लसित मलिंगा ने उन्हें मैच की दूसरी ही गेंद पर एलबीडबल्यू आउट कर दिया.
इससे पहले...
भारतीय गेंदबाजों ने 45 ओवर में जितनी मेहनत की, आखिरी पांच ओवरों में बरबाद हो गई. 45 ओवर तक लगने लगा था कि श्रीलंका को 250 से पहले रोक लिया जाएगा. लेकिन पावर प्ले में हिसाब बराबर हो गया. आखिरी ओवर में 18 रन बने.
श्रीलंका ने छह विकेट खोकर 274 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया है. महेला जयवर्द्धने ने टीम की पूरी जिम्मेदारी अपने बल्ले से निभाया. वर्ल्ड कप फाइनल में बेहतरीन खेल का मुजहिरा करते हुए सिर्फ 84 गेंदों में शतक पूरा किया. वह आखिर तक आउट नहीं हुए और 88 गेंदों पर 103 रन की पारी खेलकर गए.
परेरा भारत के लिए बड़े खतरनाक साबित हुए. उन्होंने सिर्फ 9 गेंदों पर 22 रन ठोक दिए. 3 चौकों और एक छक्के की यह पारी भारत को खासी महंगी पड़ सकती है.
भारतीय कप्तान धोनी ने आज सात गेंदबाजों का इस्तेमाल किया और उनमें से चार ने छह से ज्यादा के औसत से रन दिए. जहीर ने 10 ओवरों में 60 रन दिए जबकि श्रीशांत 8 ओवरों में 52 रन देकर सबसे महंगे साबित हुए.
इससे पहले...
45 ओवर बाद
महेला जयवर्द्धने पर भारतीय गेंदबाजों की कोई चाल कामयाब नहीं हो रही है. उन्होंने 76 गेंदों पर 79 रन बना लिए हैं. नुवान कुलसेकरा ने भी उनका अच्छा साथ दिया है. वह 21 गेंदों पर 16 रन बना चुके हैं. नतीजतन 45 ओवरों के बाद श्रीलंका का स्कोर हुआ 5 विकेट खोकर 211 रन.
40वें ओवर में
जहीर खान ने कापुगेदेरा को जमने का मौका ही नहीं दिया. वह पांच गेंद ही खेल पाए और एक रन बनाकर चलते बने. श्रीलंका का स्कोर पांच विकेट पर 182 रन.
39वें ओवर में
युवराज सिंह इस मैच में जोड़ी तोड़क के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्होंने जम चुकी एक और जोड़ी को तोड़कर भारत को राहत दिलाई. युवराज सिंह ने समरवीरा को एलबीडबल्यू आउट करके यह काम किया. समरवीरा ने 34 बॉल पर 21 रन बनाए.
37 ओवर बाद
गेंदबाजों ने भले ही विकेट लिए लेकिन श्रीलंका पर उसका कोई दबाव नहीं दिखा. वे बड़े आराम से रन बनाते जा रहे हैं. महेला जयवर्द्धने ने अपनी फिफ्टी पूरी की. 37 ओवरों में तीन विकेट खोकर लंका ने 171 रन बना लिए थे.
28 ओवर बाद
खतरनाक होते जा रहे कुमार संगकारा को युवराज सिंह ने हाफ सेंचुरी पूरी नहीं करने दी. 67 गेंदों पर 48 रन बना चुके संगकारा विकेट के पीछे धोनी को कैच दे बैठे. 28 ओवर बाद श्रीलंका का स्कोर था तीन विकेट पर 122 रन.
24 ओवर बाद
श्रीलंका ने 100 रन पूरे कर लिए हैं. संगकारा ने 54 गेंदों पर धीमे धीमे 36 रन बनाए हैं. लेकिन दो विकेट गिरने के बाद आए महेला जयवर्धने धीमे धीमे चलने में भरोसा नहीं कर रहे हैं. वह गेंदबाजों की धुनाई कर रहे हैं. उन्होंने 24 गेंदों पर 24 रन बना लिए हैं, जिनमें 3 चौके शामिल हैं.
17वें ओवर में
हरभजन सिंह की गेंद पर तिलकरत्ने दिलशान बोल्ड. श्रीलंका का स्कोर 2 विकेट के नुकसान पर 60 रन.
13 ओवर बाद
10 ओवरों तक भारतीय गेंदबाजों के हाथों में बंधे रहने के बाद दिलशान और संगकारा ने हाथ खोलकर खेलना शुरू किया. कई अच्छे शॉट्स लगाकर दोनों खिलाड़ियों ने 13 ओवर में पहली फिफ्टी पूरी की. संगाकारा ने 16 रन बनाए जबकि दिलशान 27 रन बनाकर क्रीज पर जमे थे.
उपुल थरंगा आउट. सातवें ओवर की पहली गेंद पर वीरेंद्र सहवाग ने स्लिप पर कैच पकड़ा. श्रीलंका का स्कोर एक विकेट पर 17 रन.
पांच ओवर बाद
पहले पांच ओवर भारतीय गेंदबाजों के नाम ही कहे जाएंगे. जहीर खान और श्रीशांत ने बेहद कसी हुई गेंदबाजी की है. दिलशान और थरंगा को शॉट खेलने का मौका ही नहीं मिला. पांच ओवर के बाद सिर्फ 9 रन बने थे.
फाइनल मुकाबले का रोमांच ऐसा जबर्दस्त है कि इसका टॉस भी दो बार हुआ. पहली बार जब सिक्का उछाला गया तो दोनों कप्तानों के बीच कुछ कन्फ्यूजन हो गया. तय नहीं हो पाया कि किसने हेड कहा किसने टेल्स. लिहाजा दोबारा सिक्का उछाला गया. और सिक्का संगकारा के लिए जमीन पर उतरा. उन्होंने बैटिंग करने का फैसला किया है.
भारत ने आशीष नेहरा की जगह श्रीशांत को खिलाने का फैसला किया है. सेमीफाइनल में उतरी टीम में बस यही बदलाव किया गया है.
श्रीलंका ने अपनी टीम में कई बदलाव किए हैं. एंजेलो मैथ्यूज, मेंडिस, हेरात और चमारा सिल्वा को आखिरी 11 में शामिल नहीं किया गया है. परेरा, रांदीव, कुलसेकरा और कापुगेदेरा फाइनल खेलेंगे.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः एन रंजन