कंधार जेल से 500 तालिबान उग्रवादी फरार
२५ अप्रैल २०११जेल के निदेशक जनरल गुलाम नसीर दस्तगीर मयार ने कहा, "कई सौ मीटर लंबी एक सुरंग को कैदखाने से लेकर दक्षिण की ओर खोदा गया और रविवार रात को 476 कैदी जेल से भाग निकले." कंधार के अंतरिम पुलिस प्रमुख शैर शाह यूसुफजई ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा, "कल रात कुछ राजनीतिक बंदी कैदखाने से भागने में कामयाब हुए."
तालिबान ने पुष्टि की है कि जेल से कैदियों को छुड़ाने में उसका हाथ था. तालिबान के प्रवक्ता यूसुफ अहमदी ने कहा कि इस्लामी उग्रपंथी इस घटना की जिम्मेदारी लेते हैं. अहमदी ने बताया, "कैदियों ने जेल के दक्षिणी तरफ 360 मीटर लंबी एक सुरंग खोदी. कल रात(रविवार) के करीब 11 बजे उन्होंने वहां से निकलना शुरू किया और आज सुबह तक 541 कैदी बाहर आ चुके थे. वे सब सुरक्षित हमारे केंद्रों तक पहुंच गए हैं. कोई झगड़ा या किसी भी तरह की झड़प नहीं हुई." अहमदी ने कहा कि इनमें से 106 तालिबान कमांडर हैं जबकि बाकी मामूली सैनिक हैं.
कंधार की इस जेल में लगभग 1,200 कैदियों को रखा जाता है. पिछले तीन साल में दूसरी बार कंधार के जेल से तालिबान के कैदी भागे. 2008 में लगभग 1,000 कैदी जेल से भाग निकले थे. उस वक्त तालिबान के ही कुछ लोगों ने जेल के दरवाजे के सामने एक ट्रक बम से धमाका किया था.
इस घटना के बावजूद विश्लेषकों का मानना है कि तालिबान चरमपंथी अकसर ऐसी स्थितियों में अपनी बात बढ़ा चढ़ा कर कहते हैं. कंधार तालिबान आंदोलन का केंद्र माना जाता है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एमजी
संपादनः आभा एम