Portrait Aspire Academy
१८ जनवरी २०१२जर्मनी में फुटबॉल के युवा प्रतिभाओं पर ध्यान देना पेशेवर होता गया है. आजकल युवा खिलाड़ियों को प्रशिक्षण केंद्रों में रखा जाता है और वहां उन्हें सामान्य स्कूली शिक्षा के अलावा फुटबॉल की ट्रेनिंग दी जाती है. खेल की दूसरी विधाओं में ऐसी सुविधा नहीं है. मसलन हैंडबॉल के पूर्व राष्ट्रीय ट्रेनर हाइनर ब्रांट कहते हैं, "हम फुटबॉल के मुकाबले पिछड़े हुए हैं क्योंकि हमारे यहां पेशेवर खेल देर से शुरू हुआ." हालांकि इसमें ज्यादा मुस्किल नहीं है, फुटबॉल के ढांचे से सीखा जा सकता है, लेकिन ब्रांड कहते हैं कि यह इतना आसान भी नहीं. इसके लिए जिम्मेदारी लेनी होगी, क्लब के रूप में और खेल संघ के रूप में.
कतर की सुपर परियोजना
खाड़ी का देश कतर अपने खिलाड़ियों के लिए खास तरह से जिम्मेदारी ले रहा है. इसके पीछे कतर के अमीरात नहीं बल्कि अमीर के सबसे बड़े बेटे हैं. वे फुटबॉल और खेलों के पीछे इतने पागल हैं कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बने रहने के लिए बहुत सा धन निवेश कर रहे हैं. उन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी परियोजना शुरू की है जिसमें खाड़ी के छोटे से देश के युवा खिलाड़ियों को शामिल किया जा रहा है. एस्पायर एकेडमी के खेल निदेशक आंद्रेयास ब्लाइषर कहते हैं कि मुख्य ध्यान हैंडबॉल और फुटबॉल जैसे खेलों को दिया जा रहा है. वे कहते हैं, "प्रतिस्पर्धी खेलों के साथ हम कतर में एक नई संस्कृति लाने की कोशिश कर रहे हैं."
कतर का अब तक प्रतियोगिता वाले खेलों से कुछ लेना देना नहीं रहा है और इरादा यह है कि लोगों का खेलों से परिचय कराया जाय, बच्चों और महिलाओं को भी बढ़ावा दिया जाए. और प्रतिस्पर्धी खेलों के साथ समस्याएं भी सामने आईं. रमजान के महीने में खेल कैसे हों, बच्चों को परिवार से अलग कैसे किया जाए और स्कूली शिक्षा का क्या हो. चूंकि कतर के स्कूल अपने को युवा खिलाड़ियों की जरूरतों के अनुसार ढालने को तैयार नहीं थे, एस्पायर एकेडमी ने कैंपस पर अपना खुद का स्कूल बना लिया है.
एकेडमी पर भारी निवेश
कतर अपने एलीट स्पोर्ट एकेडमी पर अब तक एक अरब डॉलर से ज्यादा खर्च कर चुका है. वहां दुनिया भर के अच्छे प्रशिक्षकों को लाया गया है. अंतरराष्ट्रीय टीम में 55 देशों से लाए गए 1000 स्थायी कर्मचारी हैं. डॉक्टर, खेल वैज्ञानिक, ट्रेनर, भूतपूर्व टॉप खिलाड़ी. बड़े से कैंपस पर अपना स्कूल, अपना बड़ा सा अस्पताल, 50,000 सीटों वाला फुटबॉल स्टेडियम, 14 दूसरे फुटबॉल मैदान, एयरकंडीशन्ड हॉल, स्वीमिंग पूल और दो होटल हैं. वहां 9000 खिलाड़ियों को प्रशिक्षण दिया जा सकता है, जिनमें से 250 पूरे समय वहां स्कूल में शिक्षा पाते हैं. ब्लाइषर कहते हैं, "कतर में 18 लाख लोग रहते हैं और हम पूरे देश में प्रतिभाओं की खोज करते हैं." लक्ष्य है देश की हर प्रतिभा का पता लगाना और उसे बढ़ावा देना.
इसके अलावा एकेडमी विश्व भर में फुटबॉल प्रतिभाओं का पता कर रही है. एस्पायर एकेडमी इसके लिए हर साल 14 देशों में फुटबॉल स्काउटिंग करता है और मध्यपूर्व, अफ्रीका तथा लैटिन अमेरिका में 950 जगहों पर 6 लाख बच्चों की स्क्रीनिंग करती है. उनमें से 20 को चुना जाता है जिंहे ट्रेनिंग के लिए स्कॉलरशिप मिलती है और जो बाद में अंतरराष्ट्रीय करियर का सपना देख सकते हैं. दूसरे देशों के इन फुटबॉल खिलाड़ियों को कतर का नागरिक नहीं बनाया जाता बल्कि उनका उपयोग कतर के खिलाड़ियों के खेल के स्तर को बढ़ाने और उनके विकास में मदद के लिए किया जाता है. इसके अलावा दुनिया भर की टॉप युवा टीमों को भी टेस्ट मैचों के लिए बुलाया जाता है. जर्मन स्पोर्ट कॉलेज के स्काउटिंग विश्लेषक श्टेफान नॉप्प कहते हैं कि वहां बच्चों को अत्यंत पेशेवर प्रशिक्षण मिलता है.
लक्ष्य 2022 का विश्वकप
इस बीच बार्सिलोना, लेवरकूजेन या लिवरपुल से जाने वाली जूनियर टीमें कतर के खिलाड़ियों को पूरी गंभीरता से लेती हैं. अक्सर उन्हें वहां हार का सामना करना पड़ता है. एस्पायर के डाइरेक्टर ब्लाइषर का सपना 2022 तक सच साबित हो सकता है जब फुटबॉल विश्वकप के आयोजन के मौके पर कतर के पास एक ताकतवर टीम होगी. एकेडमी की स्थापना के समय विश्वकप कोई मुद्दा नहीं था, लेकिन इस बीच 8 साल बीत चुके हैं और युवा प्रतिभाओं को बढ़ावा देने की परियोजना फल फूल रही है, खासकर फुटबॉल में. ब्लाइषर कहते हैं, "इसीलिए हमें पूरा भरोसा है कि 2022 तक अपने खिलाड़ियों के साथ कतर की एक उम्दा फुटबॉल टीम होगी."
रिपोर्ट: ओलिविया फ्रित्स/मझा
संपादन: एन रंजन