कश्मीर से आया धमाके की जिम्मेदारी वाला ईमेल
८ सितम्बर २०११जांच अधिकारियों को अब तक मिली जानकारी के मुताबिक ईमेल किश्तवाड़ के एक साइबर कैफे से भेजा गया. ईमेल [email protected] के पते से भेजा गया है. बुधवार को हुए इस धमाके की जिम्मेदारी हरकत उल जेहादी इस्लामी यानी हूजी नाम के एक आतंकवादी संगठन ने ली है. हूजी ने बांग्लादेश में अपना ठिकाना बना रखा है.
हमले के पीछे कौन?
जम्मू कश्मीर के डीजीपी कुलदीप कुमार खोड़ा ने जम्मू में बताया, "दिल्ली में हुए धमाके और किश्तवाड़ से भेजे गए ईमेल के बीच कड़ियां जुड़ने के बारे में हमें सूचना मिली है और हम इस बारे में पुख्ता जानकारी जुटा रहे हैं." ऐसी खबरें आ रही थीं कि कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है लेकिन खोड़ा ने बताया कि अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. पुलिस के मुताबिक पूछताछ के लिए साइबर कैफे के मालिक महमूद ख्वाजा के साथ दो और लोगो को हिरासत में जरूर लिया गया है. हिरासत में लिए गए एक और शख्स की पहचान खालिद के रूप में हुई है. किस्तवाड़ में सादे कपड़े में पुलिसवालों को साइबर कैफे पर तैनात कर वहां आने जाने वालों लोगों की हरकत पर निगरानी रखी जा रही है.
बुधवार को हमले के कुछ देर बाद एक ईमेल दो टीवी चैनलों के दफ्तर में आया. इस ईमेल में हमले की जिम्मेदारी हूजी ने ली है. ईमेल में लिखा है, "हम हमले की जिम्मेदारी लेते हैं और मांग करते हैं कि अफजल गुरु को मिली मौत की सजा तुरंत वापस ले ली जाए नहीं तो हम प्रमुख हाईकोर्ट और भारत के सुप्रीम कोर्ट को निशाना बनाएंगे." मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए कर रही है. एनआईए के महानिदेशक, एससी सिन्हा ने कहा, "हूजी की तरफ से आए ईमेल पर प्रतिक्रिया देना फिलहाल जल्दबाजी होगी लेकिन हम इसकी गंभीरता से जांच कर रहे हैं क्योंकि भारत को अपना दुश्मन मानने वालों में हूजी एक प्रमुख आतंकवादी संगठन है." दिल्ली पुलिस ने पहले हूजी के कई आतंकवादियों को राजधानी से गिरफ्तार किया है.
धमाका करने वालों की तलाश में पुलिस सरगर्मी से जुट गई है. गृह मंत्री पी चिदंबरम ने इस बारे में उच्च अधिकारियों की एक बैठक बुलाई और हालात का जायजा लिया. इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकर शिवशंकर मेनन भी मौजूद थे.
12 लोगों की मौत
दिल्ली हाईकोर्ट के स्वागत कक्ष वाले इलाके में हुए इस धमाके में मरने वालो की संख्या 12 तक पहुंच गई है. हमले में घायल हुए 40 साल के एक शख्स ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. इनकी पहचान हरी नगर में रहने वाले प्रमोद कुमार के रूप में की गई है. अन्य चार घायलों की स्थिति भी गंभीर बनी हुई है. धमाके के बाद कुल 76 लोगों को जख्मी हालत में आरएमएल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अस्पताल में घायलों को देखने आए केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह ने कहा, "हमें कुछ शुरुआती फोरेंसिक रिपोर्ट मिली है हम और रिपोर्ट आने की प्रतीक्षा कर रहे हैं."
हाईकोर्ट में कड़ी सुरक्षा
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच दिल्ली हाईकोर्ट में कामकाज शुरू हो गया है. वकीलों और मुवक्किलों को कड़ी सुरक्षा जांच के बाद ही अंदर आने दिया जा रहा है. लोगों की सुरक्षा जांच के लिए अलग से काउंटर बनाए गए हैं. दिल्ली हाईकोर्ट के गेट पर तैनात एक सुरक्षाकर्मी ने बताया, "हम वकीलों से भी पहचान पत्र दिखाने के लिए और पूरी सुरक्षा जांच के लिए कह रहे हैं."
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ओ सिंह