काराजिच की गिरफ्तारी पर ली दुनिया ने राहत की सांस
२३ जुलाई २००८दुबला पतला शरीर, सफेद दाढ़ी, घने बाल मोटे चश्मे और नए नाम द्रागन दाबिच के सहारे से भले ही रादोवान काराजिच 11 साल तक अपनी पहचान छुपाने में कामयाब रहा है, लेकिन आठ हजार मुसलमानों के कत्ल का आरोप नहीं छुप सकता जो उसके ऊपर है. काराजिच की गिरफ्तारी पर सर्बियाई अधिकारियों को दुनिया भर से सराहना मिली है. संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून ने कहा है कि बाल्कन इलाकों को युद्ध अपराध संदिग्धों से छुटकारा दिलाने की दिशा में यह बड़ा कदम है. उधर यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख खावियर सोलाना ने कहा है कि काराजिच की गिरफ्तारी से साफ हो गया है कि सर्बिया संयुक्त राष्ट्र की अपराध अदालत से पूरी सहयोग कर रहा है.
बड़ी बात ये कि इस गिरफ्तारी के बाद यूरोपीय संघ में सर्बिया के प्रवेश की राह आसान हो गई है. जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल ने इस गिरफ्तारी को ऐतिहासिक पल बताया है और सर्बियाई राष्ट्रपति बोरिस को बधाई दी है. उन्होंने कहा है कि इस नरंसहार के पीडित जान लें कि इतने बड़े पैमाने पर मानवाधिकारों की हनन की जरूर सजा मिलेगी. बोस्निया में तीन सदस्यों वाली राष्ट्रपति परिषद के मुस्लिम सदस्य हैरीस स्लाजिच का कहना है कि इंसाफ का सफर लंबा है. उनका कहना है कि मिलोसेविच की मौत हो गई है. काराजिच को गिरफ्तार कर लिया गया है, लेकिन उनकी योजना के समर्थक अब भी बोस्निया हर्जेगोवेनिया में हैं. जान की धमकी देकर जिन बोस्नियाई लोगों को अपने घरों से भगाया गया. उसे पूरी तरह न्याय मिले, इसके लिए हमें इसके नतीजों को खत्म करना होगा.
आरोप है कि 1995 में यूगोस्लावियाई गृह युद्ध के दौरान खुद को बोस्निया का राष्ट्रपति घोषित करने वाले काराजिच ने अपने सैन्य जनरल रात्को म्लादिच की मदद से 8 हजार मुसलमान पुरुषों की हत्या कराई. म्लादिच अब भी फरार है.