कारों की बिक्री में फोल्क्सवागन की लंबी छलांग
१५ जून २०११2011 में फोल्क्सवागन कारों की बिक्री पिछले साल की तुलना में 12.2 फीसदी बढ़ी है. इस साल सिर्फ मई में ही 4 लाख 36 हजार कारें बिकीं. कंपनी के बोर्ड सदस्य क्रिस्टियान क्लिंगर ने कहा, "मई में हमारा अच्छा विकास जारी रहा और हमने आपूर्ति का नया रिकॉर्ड कायम किया है."
फोल्क्सवागन ने खुद के लिए जापानी कार टोयोटा को पीछे छोड़ने का लक्ष्य रखा है और 2018 तक दुनिया की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी बनने का भी. वोल्फ्सबुर्ग की यह कंपनी लक्जरी स्पोर्ट कार पोर्शे को खरीदने की तैयारी में है. फिलहाल इसके पास ऑउडी, चेक गणराज्य की स्कोडा ऑपरेशन्स, स्पेन की सिएट और टॉप कार बेंटलेस शामिल हैं.
एशियाई बाजार में फोल्क्सवागन की बिक्री बढ़ी है. 2010 के पहले पांच महीनों की तुलना में इस साल सात लाख 92 हजार कारें ज्यादा बिकी हैं. इनमें से करीब सात लाख 14 हजार कारें चीन में बनाई गई थीं. उत्तरी अमेरिका में भी कंपनी की बिक्री 20 फीसदी से बढ़ी है. रूस निर्यात होने वाली फोल्क्सवागन कारों की संख्या भी तेजी से बढ़ी है और फिलहाल दोगनी हो गई है.
इस बढ़ी बिक्री से उद्योग में उत्साह पैदा हुआ है क्योंकि 2008 के वित्तीय संकट के बाद कंपनी को काफी बुरे दिन देखने पड़े थे.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम
संपादनः वी कुमार