किशोर की निर्मम हत्या से सीरिया का इंकार
२ जून २०११हमजा अल खातिब नाम के 13 साल के किशोर की हत्या पर तब बवाल मचा जब यू ट्यूब पर उसकी लाश वाला वीडियो डाला गया. यू ट्यूब पर जारी तस्वीरों में किशोर का शरीर काला पड़ चुका है और सूजा हुआ है. शरीर पर जो निशान हैं, उन्हें देख कर ऐसा लगता है जैसे शरीर को जगह जगह सिगरेट से जलाया गया हो.
"हिंसा के कोई सुराख नहीं"
सरकारी समाचार एजेंसी सना ने सरकार द्वारा जारी की गई मेडिकल रिपोर्ट के हवाले से बताया कि किशोर को तीन गोलियां लगी थीं, जिनके कारण उसकी मौत हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि किशोर के शरीर पर मौजूद घाव लाश सड़ने के कारण बन गए हैं, न कि प्रताड़ना से. रिपोर्ट में कहा गया, "जांच में हिंसा के कोई सुराग नहीं मिले हैं."
सरकारी समाचार एजेंसी सना ने लिखा, "यह रिपोर्ट सच्चाई दिखाती है. इस से सभी झूठे इल्जामों और दलीलों के लिए दरवाजे बंद हो गए हैं." सना ने यह भी लिखा कि किशोर की मौत 29 अप्रैल को हुई थी, लेकिन उसकी लाश परिवार को 21 मई को इसलिए सौंपी गई क्योंकि तब तक उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई थी.
बर्बरता के खिलाफ मुहिम
सीएनएन के अनुसार सीरिया सरकार के अधिकारियों ने लाश सौंपने से पहले किशोर के परिवार वालों से करार पर हस्ताक्षर कराए थे, जिसमें लिखा था कि वे किसी को लाश नहीं दिखाएंगे और न ही उसकी अवस्था के बारे में किसी से कोई चर्चा करेंगे. लेकिन जब परिवार वालों ने लाश देखी तो वह खामोश नहीं रह पाए. उन्होंने एक वीडियो बनाया जिसे सबसे पहले अल जजीरा पर दिखाया गया.
हिलरी क्लिंटन ने इस निर्मम हत्या पर शोक जताते हुए कहा, "मैं उम्मीद करती हूं कि इस बच्चे की मौत व्यर्थ नहीं जाएगी. सीरिया की सरकार को अब बर्बरता खत्म कर के लोकतंत्र की तरफ बढ़ना चाहिए." फेसबुक पर हमजा अल खातिब के नाम से कई पेज बने हैं, जहां सरकार विरोधियों ने पूरी दुनिया से ऐसी बर्बरता के खिलाफ खड़े होने की अपील की है.
स्थानीय मीडिया के अनुसार राष्ट्रपति बशर अल असद किशोर के परिवार से मिले हैं, लेकिन इस मुलाकात के बारे में कोई भी जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ईशा भाटिया
संपादन: एस गौड़