कुरान जलाने पर अड़ा अमेरिकी चर्च
८ सितम्बर २०१०फ्लोरिडा राज्य के एक छोटे चर्च ने 11 सितंबर 2001 की बरसी पर इस्लाम धर्म की पवित्र और सर्वोच्च धार्मिक पुस्तक कुरान की प्रतियां जलाने का एलान किया है. चर्च की इस हरकत से पूरे अमेरिकी तंत्र में हड़कंप मच गया है. कई प्रभावशाली लोग सामने आए हैं और उन्होंने चर्च की इस मंशा की निंदा की है.
मंगलवार को अमेरिकी अटॉर्नी जनरल एरिक होल्डर ने ईसाई, इस्लाम और यहूदी समुदाय के नेताओं से मुलाकात की. उन्होंने फ्लोरिडा के चर्च से आग्रह किया कि वह अपने दिमागी फितूर को रद्दी की टोकरी में फेंक दे. होल्डर के मुताबिक अमेरिकी नागरिकों की सुरक्षा के लिए यह बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा, ''यह तुच्छ और खतरनाक मंशा'' है.
अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय ने भी गहरी चिंता व्यक्त की है. व्हाइट हाउस के प्रवक्ता रॉबर्ट गिब्स ने कहा, ''इससे हमारे फौजियों की सुरक्षा खतरे में पड़ेगी. सेना को खतरे में डालने वाली ऐसी भी कोई भी गतिविधि प्रशासन के लिए चिंता की बात है.'' अफगानिस्तान में अमेरिकी और नाटो सेनाओं के कमांडर जनरल डेविड पेट्रियास भी ऐसी ही चिंता जता चुके हैं. जनरल पेट्रियास के मुताबिक छोटे चर्च की इन हरकतों से सेना के सारे प्रयास विफल हो जाएंगे.
शनिवार को अमेरिका में 11 सितंबर 2001 को हुए आतंकवादी हमले की बरसी मनाई जानी है. इस दिन के आस पास ईद का त्योहार भी पड़ने की संभावना जताई जा रही है. लेकिन डोव वर्ल्ड आउटरीच सेंटर अब भी कुरान की प्रतियां जलाने पर अड़ा हुआ है. सेंटर के प्रमुख जोन्स का कहना है, ''दूसरे क्या करेंगे या क्या कर सकते हैं, इसके बारे में आरोप लगाने के बजाए हम उन्हें सीधी चेतावनी क्यों नहीं देते. हम इस्लामी कट्टरपंथियों को सीधा ये संदेश क्यों नहीं देते कि अगर ऐसा मत करना. अगर तुम हम पर हमला करोगे तो हम भी तुम पर वार करेंगे.'' न्यूयॉर्क में 9/11 हमले में गिराए गए ट्विन टावर की जगह अन्य धार्मिक समुदायों के साथ इस्लामी सेंटर बनाने की मांग से भी चर्च भड़का हुआ है.
इस बेहूदा जिद ने अमेरिका में रहने वाले मुस्लिम समुदाय में भी बेचैनी भर दी है. उत्तरी अमेरिका की इस्लामिक सोसाइटी के हेड इनग्रिड मैटसन कहते हैं, ''मैंने पिछले कुछ हफ्तों में कई परिवारों से बात की. अगर अमेरिकी मुस्लिमों का कहना है कि उन्हें अमेरिका में 11 सितंबर के बाद से पहली बार इतनी बेचैनी और असुरक्षा संबंधी चिंता हो रही है.''
चर्च की मंशा पर दुनिया भर में गुस्सा और गरमी बढ़ रही है. अफगानिस्तान और इंडोनेशिया में विरोध प्रदर्शन हुए हैं. वहीं ईरान ने चेतावनी दी है कि अगर कुरान की प्रतियां जलाईं गईं तो अनियंत्रित ढंग से इसका जवाब दिया जाएगा.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: एन रंजन