1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

केजरीवाल की राजनीतिक पार्टी

२ अक्टूबर २०१२

सामाजिक कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल ने अपनी राजनीतिक पार्टी की घोषणा कर दी है. बेनाम पार्टी भारत में भ्रष्टाचार का सफाया करेगी और 2014 आम चुनावों में अपने उम्मीदवार उतारेगी.

https://p.dw.com/p/16IlU
तस्वीर: AP

केजरीवाल ने कहा, "हमारी पार्टी सही दिशा में पहला कदम है. आम आदमी जल्द ही कानून बनाने लगेगा." अब तक पार्टी को कोई नाम नहीं दिया गया है. महात्मा गांधी की जयंती पर पार्टी का एलान कर रहे केजरीवाल ने कहा कि वे गांधी से सीख ले रहे हैं और भारत में राजनीति की गंदगी को दूर करना चाहते हैं. उनके मुताबिक उनकी पार्टी के उम्मीदवार ईमानदार होंगे.

घोषणा पत्र में लिखा है कि पार्टी का मकसद एक "पूर्ण राजनीतिक क्रांति" और साथ ही हर स्तर पर भ्रष्टाचार की पोल खोलना है. नई दिल्ली में अपने भाषण में केजरीवाल ने कहा, "हम पैसे या ताकत के भूखे नहीं हैं. हम सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक बदलाव लाना चाहते हैं और भ्रष्टाचार को मिटाना चाहते हैं." केजरीवाल के करीबी सहयोगी मनीष सिसोदिया ने कहा, "जो आंदोलन जन लोकपाल के लिए लड़ रहा था वह अब चुनाव लड़ने वाला है." पार्टी का औपचारिक नाम नवंबर 26 को बताया जाएगा. केजरीवाल ने भी कहा है कि इस बारे में बहस चल रही है और इसके बाद ही उनकी पार्टी के सदस्य एक नाम तय करेंगे.

Anna Hazare
तस्वीर: Reuters

हाल ही में केजरीवाल की राजनीतिक पार्टी बनाने की योजना के बाद से अन्ना हजारे आंदोलन से पीछे हट गए हैं. उन्होंने साफ साफ कहा है कि वे राजनीति में जाने को तैयार नहीं हैं लेकिन भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखेंगे. केजरीवाल का कहना है कि इस मतभेद के बावजूद वे अपनी कोशिशों में अन्ना हजारे का आशीर्वाद लेते रहेंगे.

केजरीवाल के विरोधियों ने अभी से उन पर निशाना साधना शुरू कर दिया है. कांग्रेस पार्टी के नेता और संसदीय मामलों के मंत्री वी नारायणस्वामी ने कहा, "पिछले दो सालों में केजरीवाल और उनकी टीम के लोग अपने को सामाजिक कार्यकर्ता बता रहे थे और अपनी राजनीतिक आकांक्षाओं को छिपा रहे थे लेकिन अब इनका असली रंग बाहर आ रहा है."नारायणस्वामी के मुताबिक भारत एक लोकतंत्र है और लोग केवल उन राजनेताओं को वोट देंगे जो उनके लिए काम करते हैं, उन्हें नहीं जिन्हें देश चलाने के बारे में कुछ पता नहीं है.

भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार 2010 के कॉमनवेल्थ खेलों से लेकर टेलिकॉम और कोयला घाटाला लगातार भ्रष्टाचार के आरोपों में घिर रही है. केजरीवाल ने अन्ना हजारे सहित इंडिया एगेंस्ट करप्शन आंदोलन की शुरुआत की. आंदोलन के दौरान आयोजित किए गए भूख हड़तालों में 2011 में कई हजार लोगों ने हिस्सा लिया.

एमजी/एनआर (एएफपी, पीटीआई)

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी