'कैटिच लें पोन्टिंग की जगह'
३० अगस्त २००९रिक्सन का कहना है कि पोन्टिंग के नेतृत्व में ऑस्ट्रेलिया ने हाल के दिनों में नुक़सान उठाया है. उनका मानना है कि पोन्टिंग एक बेहतरीन बल्लेबाज़ होने के बाद भी कभी बहुत अच्छे कप्तान नहीं बन पाए और उनकी अगुवाई में टीम लगातार नीचे गई.
उन्होंने कहा, "अगर बदलाव की बात हो तो मैं साइमन कैटिच की ओर देखूंगा. मैंने उसके साथ न्यू साउथ वेल्स में काम किया है और मुझे पता है कि कप्तान के तौर पर वह क्या दे सकते हैं. वह मज़बूत हैं, वह क़दम पीछे नहीं हटाएंगे और वह आक्रामक क्रिकेट खेलते हैं. यही तो ऑस्ट्रेलियाई स्टाइल है." ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ऑल राउंडर ग्रेग मैथ्यूज़ ने भी हाल में कैटिच की प्रशंसा की थी.
रिक्सन ने कहा, "हमारा फ़ायदा ख़त्म हो चुका है. हमें समझ नहीं आ रहा है कि हम रिकी के नेतृत्व में कैसा क्रिकेट खेल रहे हैं. हम वैसा क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं, जिसने हमें एक जुझारू टीम बनाया था और ऐसी टीम बनाया था, जिसके साथ कोई नहीं खेलना चाहता था."
द टेलीग्राफ़ में रिक्सन ने लिखा, "टीम इन दिनों दबाव में वैसा नहीं खेल पा रही है, जैसा वे खेलती थी. हमारा स्वभाव बदल रहा है और इंग्लैंड के हाल की टेस्ट सीरीज़ में यह देखने को मिला."
पिछले 119 साल के क्रिकेट इतिहास में रिकी पोन्टिंग पहले ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट कप्तान हैं, जिन्होंने लगातार दो बार इंग्लैंड में ऐशेज़ टेस्ट सीरीज़ में पराजय का मुंह देखा हो. रिक्सन का कहना है कि हम ऐसी टीमों के ख़िलाफ़ संघर्ष कर रहे हैं, जिन्हें हमें हरा देना चाहिए. उन्होंने कहा कि इंग्लैंड हमेशा दबाव के आगे घुटने टेक देता है लेकिन हमने कभी भी इसके लिए कोशिश नहीं की.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल