कैसा होगा वनडे क्रिकेट, बात होगी आज
१० मई २०११आईसीसी चाहती है कि 2009 में शुरू हुए डीआरएस को सभी वनडे मैचों में इस्तेमाल किया जाए. भारत, बांग्लादेश और श्रीलंका में हुए 2011 के वर्ल्ड कप मैचों में डीआरएस का पहली बार बड़े पैमाने पर इस्तेमाल हुआ. लेकिन इस दौरान कुछ विवाद भी हुए. भारत शुरू से ही डीआरएस का विरोधी रहा है. वर्ल्ड कप के दौरान इंग्लैंड के खिलाफ भारत का एक मैच टाई रहा था. उस मैच के एक एलबीडब्ल्यू फैसले पर भी भारतीय कप्तान ने सख्त आपत्ति जताई थी.
दो दिन चलने वाली आईसीसी की बैठक में वनडे क्रिकेट के भविष्य पर भी विचार होना है. वर्ल्ड कप से पहले इस तरह की चिंताएं जताई गईं कि वनडे मैच फॉर्मूला आधारित मैच बनते जा रहे हैं जिनमें टॉस की भूमिका निर्णायक हो जाती है. आईसीसी को इस सुझाव पर विचार करना है कि वनडे के 50 ओवरों को दो हिस्सों में तोड़ दिया जाए. यानी दोनों टीमों को 25-25 ओवर की दो पारियां खेलने को मिलें.
वनडे मैचों के स्वरूप में बदलाव के लिए कुछ और सुझावों पर विचार किया जा रहा है जिनमें एक गेंदबाज को 10 से ज्यादा ओवर फेंकने और हर पारी में दो नई गेंदों के इस्तेमाल की इजाजत देना शामिल है.
इस मीटिंग में टेस्ट मैचों का स्वरूप बदलने पर भी बात होगी. लंबे समय से टेस्ट मैचों को डे नाइट कराने पर चर्चा चल रही है ताकि पांच दिन तक चलने वाले खेल में लोगों की दिलचस्पी बनी रहे.
हाल के दौरान कई रंगों की गेंदें इस्तेमाल करके देखी गई हैं जो डे नाइट टेस्ट मैचों में एक बड़ी अड़चन बनी हुई है. लेकिन अब भी डे नाइट टेस्ट मैचों पर कोई फैसला नहीं हो पाया है.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः एस गौड़